How to identify suv: आपको जानकार आश्चर्य होगा कि साल 2022 में यूटिलिटी व्हीकल ( Utility Vehicle) के उत्पादन के आंकड़े आम आदमी के उपयोग के वाहनों के बराबर जा पहुंचे थे। एसयूवी (sports utility vehicles) के नाम पर साड़ियां खूब बिक रही हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि जब कंपनियां आकार में काफी छोटी गाड़ियों को भी एसयूवी के वर्ग की कहकर बेच रही हैं, सरकार ऐसे वाहनों को किस वर्ग में रख रही है ? और उन पर जीएसटी कैसे लगा रही है।
यह है XUV की पहचान
बीते दिसंबर में जीएसटी काउंसिल ने यह स्पष्ट किया। वर्तमान में 1500 सीसी से ज्यादा की इंजन क्षमता वाले, लंबाई में 4000 मिलीमीटर से ज्यादा और 170 मिलीमीटर से ज्यादा ग्राउंड क्लियरेंस वाले वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी और 22 फीसदी सेस लगता है।
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अगर किसी वाहन में बताए गए इन चार में से एक भी बिंदु अलग होता है, तो उसे एसयूवी नहीं माना जाएगा। कम से कम ऑफिशियल और टैक्सेशन के लिए वह एसयूवी नहीं माना जाएगा। पर अलग-अलग राज्यों में एसयूवी की परिभाषा अलग-अलग हो सकती है। इसी कारण एक अस्पष्टता का माहौल है।
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बताए नियम के अनुसार देखें तो यानी वर्तमान में लोकप्रिय सब- कॉम्पैक्ट एसयूवी जैसे टाटा नेक्सन, मारुति सुजुकी ब्रेजा, हुंडई वेन्यू, किया सोनेट व अन्य इस वर्ग की गाड़ियां सरकारी टैक्स के लिए तकनीकी रूप से एसयूवी वर्ग की नहीं मानी जाएंगी।
आर्टिकल साभार‚ HT मीडिया