लखनऊ। 1 लाख 35 हजार रुपये के 2 मोबाइल लूटने के लिए फ्लिपकार्ट डिलीवरी ब्वॉय की हत्या

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लखनऊ में फ्लिपकार्ट के डिलीवरी ब्वॉय से 1 लाख 35 हजार रुपये का मोबाइल लूटने के लिए उसकी हत्या कर दी गई। मृतक भरत कुमार प्रजापति से दो मोबाइल फोन जिनकी कुल कीमत करीब 1 लाख 35 हजार रुपये थी‚ लूटकर उसकी हत्या को अंजाम दिया गया। हत्या के बाद आरोपी  पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।  हत्या करने के मामले ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है. मामले की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस हरकत में आयी और मोबाइल लोकेशन की मदद से आरोपितों, आकाश और हिमांशु के घर पहुंची. दोनों के विरुद्ध हत्या और लूट का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने जो मामले का राजफाश किया है, वह दिल दहलानेवाला है.

 डिलीवरी ब्वॉय की हत्या से पहले आरोपी के साथ हुई बातचीत का ऑडियो सामने आया है। इसमें आरोपी पर्सनल नंबर मांगता है। नंबर लेने के बाद उसे डायरेक्ट कॉल करता है। एक घंटे तक बातचीत में उलझाए रखा। शाम होते ही रॉन्ग लोकेशन पर बुलाया।

बताई हुई लोकेशन पर डिलीवरी ब्वॉय भरत जैसे ही पहुंचा आरोपी गजानन उसे कमरे में ले गया। यहीं वारदात को अंजाम दिया। आरोपी गजानन ऑनलाइन शॉपिंग फ्लिफकार्ट कंपनी में काम कर चुका था। इसलिए उसे पार्सल डिलीवरी की पूरी जानकारी थी। शक किसी पर न हो इसलिए वह खुद पार्सल डिलीवरी करने बैग लेकर निकल गया।

Delivery Boy Murder: क्या है मामला?

लखनऊ के चिनहट क्षेत्र में हार्डवेयर की दुकान चलानेवाले गजानन ने ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट से दो मोबाइल फोन मंगाए थे. एक की कीमत एक लाख रुपये और दूसरे की कीमत 35 हजार रुपये बतायी जा रही है. डिलीवरी ब्वॉय भरत कुमार जब मोबाइल लेकर गजानन के घर पहुंचा, तो गजानन ने बिना पेमेंट किये ही इसे हड़पने का प्लान बनाया. भरत ने इसका विरोध किया, तो गजानन और उसके दोस्त आकाश ने लैपटॉप चार्जर के तार से उनका गला घोंट दिया और फिर शव को उन्हीं के बैग में भरकर, कार से लगभग 10-12 किलोमीटर दूर ले जाकर इंदिरा नहर में फेंक दिया.

Delivery Boy Murder: आरोपितों तक कैसे पहुंची पुलिस?

पुलिस ने बताया कि डिलीवरी ब्वॉय भरत कुमार मूल रूप से अमेठी के जामू का रहनेवाले थे. वह निशातगंज में रहकर पिछले सात वर्षों से डिलीवरी ब्वाॅय के रूप में काम कर रहे थे. 23 सितंबर की रात जब वह ड्यूटी से घर नहीं लौटे, तो 24 सितंबर को उनके भाई प्रेम और स्टोर मैनेजर आदर्श ने चिनहट थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट करायी. पुलिस ने जब जांच शुरू की, तो उन्हें पता चला कि भरत को आखिरी ऑर्डर दो मोबाइल के मिले थे, जिसे उन्हें चिनहट निवासी गजानन को डिलीवर करना था. तब गजानन के मोबाइल लोकेशन से डिलीवरी ब्वाॅय की खोज हुई. इस बीच पुलिस चिनहट में गजानन के घर पहुंची और वहां आसपास लगे सीसी कैमरे चेक किये. तब पुलिस ने पाया कि 23 सितंबर को भरत डिलीवरी देने के लिए गजानन के घर पर आये थे, लेकिन वहां से निकले नहीं थे.

Delivery Boy Murder: डिलीवरी ब्वॉय को कैसे मारा?

पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी गजानन और आकाश ने पहले भरत को जमकर पीटा था. फिर आकाश ने उनके हाथ पकड़े और गजानन ने लैपटॉप के चार्जर की केबल से उनका गला घोंट दिया था. पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने डिलीवरी ब्वॉय भरत के साथ बेरहमी से मारपीट की थी. इससे भरत का काफी खून भी बहा था. भरत की हत्या के बाद आरोपितों ने सुबूत मिटाने के उद्देश्य से फर्श पर फैला खून पानी से धोकर साफ किया. इसके बाद बॉडी को ठिकाने लगाने के बाद कार की भी सफाई की थी, जिससे कार में कोई सुबूत नहीं मिल सके.

Delivery Boy Murder: किसने ऑर्डर किया और किसने मारा?

पुलिस जांच में यह बात सामने आयी कि गजानन के दोस्त हिमांशु कनौजिया ने अपने फोन से दो मोबाइल ऑर्डर किये थे. 24 सितंबर की दोपहर जब डिलीवरी के लिए भरत ने कॉल किया, तो हिमांशु ने गजानन से काॅन्फ्रेंसिंग पर बात करायी. इसमें गजानन ने कहा कि वह मोबाइल रिसीव कर लेगा. जब दोपहर को भरत मोबाइल लेकर पहुंचे, तो गजानन ने आकाश के साथ मिलकर उन्हें घर के अंदर खींच लिया. इसके बाद उनकी हत्या कर मोबाइल और पैसे लूट लिये. पुलिस ने आशंका जतायी है कि आरोपितों ने भरत की लाश के टुकड़े करने के बाद नहर में फेंक दिया.

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