Joshimath News Live: उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव के कारण सैकड़ों घरों, होटलों भवनो में दरारे का सिलसिला लगातार जारी है। एक तरफ स्थानीय लोगों में इसको लेकर आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है, तो दूसरी ओर सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए उन भवनो को गिराने का फैसला लिया है जिनमें ज्यादा दरारें पैदा हो गई हैं।
मंगलवार से उत्तराखंड सरकार ने इन मकानो और भवनो काे तोड़ने का निर्णय लिया है। हालांकि सरकार ने लोगों को बिना मुआवजा दिए ही तोड़फोड़ शुरू कर दी है। जिसका लोगाें ने विरोध करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को जोशीमठ में होटल मलारी को ‘असुरक्षित’ घोषित हुए तोड़ना शुरू किया तो हंगामा खड़ा हो गया।
स्थानीय लोगों ने इस तोड़फोड़ का विरोध किया। विरोध के कारण इसे तोड़ना की प्रक्रिया को रोक दिया गया है. वहीं होटल मालिक ने कहा कि मैं होटल तोड़े जाने का विरोध नहीं कर रहा हूं. मैं केवल ये कह रहा हूं कि मुझे उचित मुआवजा दिया जाए.
उत्तराखंड: जोशीमठ में होटल मलारी को 'असुरक्षित' घोषित किया गया है मगर स्थानीय लोगों के विरोध के कारण इसे तोड़ना की प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
मैं होटल तोड़े जाने का विरोध नहीं कर रहा हूं। मैं केवल ये कह रहा हूं कि मुझे उचित मुआवजा दिया जाए: ठाकुर सिंह राणा, होटल मालिक pic.twitter.com/HTnzcbH8mP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2023
दसूरी ओर स्थानीय लोग लगातार जोशीमठ में हो रहे एनटीपीसी के निर्माण कार्य का विरोध कर रहे हैं. उनका कहा है कि एनटीपीसी के निर्माण कार्य और सुरंग बनाने के लिए किए जा रहे धमाकों की वजह से ही जोशीमठ में ये दरारे आईं हैं और यहां के लोग आज बर्बादी की कगार पर आकर खड़े हो गए हैं.