मखमली बिस्तरों पर बेफिक्र सो रहा है यौन शोषण का आरोपी बृजभूषण‚ लकड़ी के तख्त के लिए भी महिला पहलवानों के साथ मारपीट

विनेश ने कहा, कि ‘हमें इतना कम सम्मान मिलता है? यहां हम अपनी गरिमा के लिए लड़ रहे हैं और आप हमें इस तरह से धकेलेंगे? अगर मैंने ऐसे दिन देखने के लिए इतने पदक जीते हैं, तो मुझे उम्मीद है कि किसी भी भारतीय एथलीट को फिर से पदक नहीं जीतने की जरूरत नहीं.’

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घटना के बाद रोती हुई महिला पहलवान

Wrestlers Protest: भारतीय महिला पहलवानों के साथ कथित रूप से यौन शोषण करने का आरोपी BJP सांसद बृजभूषण सिंह बेफिक्र होकर अपने घर में मखमली बिस्तरों सो रहा है‚ और उसके खिलाफ दिल्ली जंतर- मंतर पर धरने पर बैठी महिला पहलवानों को लकड़ी के तख्त के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। 

दिल्ली पुलिस उन्हे चैन से सोने भी नहीं दे रही है‚  बीती रात महिला पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस ने कथित रूप से मारपीट और गाली गलौज की है।  नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने तो महिला पहलवानों के साथ धक्का-मुक्की भी की। यह सभी अरोप महिला पहलवानों ने बुधरात देर रात प्रेस कांफ्रेस के दौरान लगाए हैं।

दरअसल बारिश के कारण जंतर- मंतर का मैदान गीला हो चुका था‚ लेटने के लिए पहलवान धरना स्थल पर फोल्डिंग पलंग ले जाने की कोशिश कर रहे थे।  आरोप है कि दिल्ली पुलिस के सिपाहियों ने धरना स्थल पर पहलवानों को फोल्डिंग पलंग ले जाने से रोक दिया और उनके साथ मारपीट एवं गाली-गलौच की।

घटना से जुड़े हुए कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं‚  जिसमें देखा जा सकता है कि महिला पहलवान और दिल्ली पुलिस के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बनी हुई है।  कैमरे में विनेश फोगाट‚ साक्षी मलिक‚ सहित कई अन्य महिला पहलवानों को रोते हुए भी देखा जा सकता है।

विनेश फोगाट का कहना है कि जिसकी वजह से हम लोग यहां बैठे हैं‚ वह बृजभूषण खुशी-खुशी अपने बिस्तर पर सो रहा है और हमारे लिए लकड़ी के तख्त भी विलासिता का रूप देखे जा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि जब वे लकड़ी के फोल्डिंग पलंग धरना स्थल पर ले जा रहे तो नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ‘धर्मेंद्र’ बिना किसी महिला पुलिसकर्मी के पहलवानों को इधर-उधर धकेलने लगा.

विनेश ने कहा, कि ‘हमें इतना कम सम्मान मिलता है? यहां हम अपनी गरिमा के लिए लड़ रहे हैं और आप हमें इस तरह से धकेलेंगे? अगर मैंने ऐसे दिन देखने के लिए इतने पदक जीते हैं, तो मुझे उम्मीद है कि किसी भी भारतीय एथलीट को फिर से पदक नहीं जीतने की जरूरत नहीं.’

विनेश का कहना है कि जिस तरह से उन्होंने हमें परेशान किया है, मैं नहीं चाहती कि कोई एथलीट देश के लिए पदक जीते। उन्होने यह भी कहा पुलिस ने मेरे भाई का सिर भी दिया है।