करौली बाबा: डेढ़ लाख के हवन से लाभ नहीं हुआ तो रिटायर्ड दरोगा ने बाबा के खिलाफ दी तहरीर, विरोध पर आश्रम से कर दिया था बाहर

Manoj Kumar
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करौली बाबा फोटो (साभार-सोशल मीडिया)
करौली बाबा फोटो (साभार-सोशल मीडिया)

लवकुश आश्रम में भक्तों से हवन, पूजन के नाम पर मोटी फीस लेकर लोगों को सभी रोगों और मुसीबतों से छुटकारा दिलाने का करौली बाबा के एक और फर्जी दावे का खुलासा हुआ है। पूर्व में कल्याणपुर थाने में तैनात रहे रिटायर्ड दरोगा प्रकाश नारायण भट्ट ने शहर में कोई सुनवाई न होने पर एमपी के छतरपुर थाने में बाबा के खिलाफ तहरीर दी है। हालांकि मोटी रकम वसूलने को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में हुई बदनामी के बाद बाबा ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि वर्ष 2025 से आश्रम में किसी तरह की फीस नहीं ली जाएगी। हालांकि तब तक हवन के नाम पर यह वसूली जारी रहेगी।

दरअसल, मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के नरसिंह गढ़पुरवा निवासी रिटायर्ड दरोगा प्रकाश नारायण ने बताया कि करौली बाबा सरकार के यूट्यूब पर भ्रामक वीडियो देखकर वह भी उसके चक्कर में फंस गए। उन्होंने बताया कि वह परिवार में पत्नी, बेटी, बेटा और नातिन की अलग-अलग बीमारियों से काफी दिनों से परेशान थे। उनके इलाज के लिए बाबा से फोन पर संपर्क किया तो बाबा के सेवादारों ने एक दिवसीय हवन के लिए 1.51 लाख रुपये जमा कराने को कहा। उन्होंने बताए गए खाते में ऑनलाइन रुपये जमा कर दिए।

बीते 20 मार्च को करौली आश्रम पहुंचकर रिटायर्ड दरोगा के पूरे परिवार के साथ एक दिवसीय हवन किया। लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। जिसके पश्चात 22 मार्च को उन्होंने कोई फायदा न होने की बात बाबा से बताई तो बाबा ने 10 हजार रुपये और जमा कराते हुए परिवार के प्रति व्यक्ति से मिलने के लिए 5100 रुपये की फीस बता दी। दरोगा ने जब इसका विरोध किया तो बाउंसरोंं ने उनको पूरे परिवार समेत आश्रम से बाहर कर दिया। बाबा के खिलाफ रिटायर्ड दरोगा ने शहर में कार्रवाई का काफी प्रयास किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर अपने गृह जनपद में तहरीर दी है।

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