गाजियाबाद गैंगरेप: मकान कब्जाने के लिए महिला ने साजिश रच खुद डाली थी अपने प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड

Manoj Kumar
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संवाददाता: कपिल कुमार

उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र में मिली गैंगरेप पीड़िता ने खुद साजिश रचकर महिला ने अपने प्रेमी के साथ मकान कब्जाने के लिए गैंगरेप की साजिश रची थी। आरोपियों को फंसाने के लिए महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले खुद ही लोहे के रॉड को शरीर में डाल लिया था। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए महिला के प्रेमी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। महिला का आरोपियों से मकान को लेकर विवाद चल रहा था। घटना की जांच के लिए एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई थी।

गिरफ्तार आरोपी

बता दें कि, गाजियाबाद शहर के नंदग्राम इलाके में दिल्ली की 38 वर्षीय महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी होने का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था। बताया गया था कि वह नंदग्राम में भाई के घर से उसके जन्मदिन समारोह में शामिल होकर दिल्ली अपने घर लौट रही थी। भाई ने आरोप लगाया था कि चार युवक उसकी बहन को 16 अक्तूबर की रात दस बजे स्कार्पियो गाड़ी में डाल जंगल में ले गए। वहां एक और ने मिलकर दुष्कर्म किया और उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी।

मेरठ रेंज आईजी प्रवीण कुमार ने गुरुवार शाम को प्रेसवार्ता कर गैंगरेप की घटना के खुलासा करते हुए पूरे घटनाक्रम को झूठा करार दिया। उन्होंने बताया दिल्ली निवासी महिला ने अपने प्रेमी आजाद के साथ मिलकर घटना का षड्यंत्र रचा था।प्रेमी आजाद ने अपने दो दोस्तों गौरव और अफजाल को भी इस साजिश में शामिल किया था। दरअसल महिला का शाहरुख और उसके भाई जावेद से मकान को लेकर विवाद चल रहा है। इसी मकान को कब्जाने के लिए गैंगरेप का षड्यंत्र रचा गया।

आईजी ने बताया कि बोरे में बंद मिली महिला को पुलिस गाजियाबाद जिला अस्पताल ले गई। लेकिन महिला ने वहां अपना इलाज कराने से मना कर दिया और अपनी मर्जी से दिल्ली जीटीबी अस्पताल में रेफर कराया। महिला और उसके प्रेमी ने इलेक्ट्रिक दुकान से लोहे का एक पार्ट खरीदकर अस्पताल पहुंचते ही महिला ने खुद ही लोहे के उस पार्ट को शरीर में डाल लिया। जिसके बाद उसने जावेद और शाहरुख सहित 5 लोगो पर गैंगरेप के बाद गुप्तांग में लोहे की रॉड डालने का आरोप लगाया था।

आईजी का कहना है कि घटना के बाद से ही महिला का मोबाइल बंद हो गया था, लेकिन घटनास्थल के आसपास एक अनजान नंबर की लोकेशन ट्रेस हुई। जिसकी पड़ताल की तो यह नंबर आजाद का निकला जो उसने फर्जी आईडी पर घटना वाले दिन ही लिया था। पुलिस ने प्रेमी आजाद को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद पूरे षड्यंत्र से पर्दा उठ गया। महिला के भाई ने बताया कि नामजद आरोपियों के साथ बहन का दिल्ली के कबीरनगर में मकान का विवाद है

आरोपी गौरव महिला का रिश्तेदार है। गौरव की कार का इस्तेमाल महिला को गाजियाबाद और दिल्ली लाने ले जाने के लिए किया गया था। 16 अक्तूबर की रात साढ़े आठ बजे महिला का भाई उसे नंदग्राम में आश्रम रोड पर ऑटो में बैठाकर आया था। महिला का प्रेमी आजाद प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है, जबकि गौरव विजय नगर थाना क्षेत्र में फोटोग्राफी की दुकान चलाता है। अफजाल नाली-खड़ंजे बनाने की ठेकेदारी करता है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

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