Delhi Crime: बेटी ने हमारी मर्जी के बिना दूसरी बिरादरी के लड़के से शादी कर ली थी। वह घर में सबसे झगड़ा करने लगी थी और परिवार की हर बात का विरोध भी करती थी। वो मां को भी बुरा-भला कहती थी। हमारे सबके समझाने के बाद भी वो नही मान रही थी‚ ऐसे में मैं भला क्या करता। परिवार की इज्जत पूरे समाज के सामने उड़ने लगी थी इसलिए मैंने आयुषी को खत्म कर दिया।

यह कहना है नितेश यादव का जिन्होंने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी इकलौती बेटी 22 वर्षीय आयुषी की गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्या में आयुषी की मां बृजबाला ने भी पति नितेश यादव का साथ दिया। फिलहाल पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बेटी की हत्या करने वाले पति – पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि मथुरा में 18 नवंबर की दोपहर में सर्विस रोड पर एक लाल रंग का ट्राली बैग पुलिस को मिला था। ट्राली बैग में पालीथिन के अंदर पैक एक युवती का शव था। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। जांच में सामने आया कि युवती बदरपुर क्षेत्र के मोलड़बंद की रहने वाली युवती आयुषी है।

पुलिस युवती के घर पहुंची, तो पहले स्वजन ने फोटो देख युवती को पहचानने से इन्कार कर दिया। लेकिन युवती के छोटे भाई आयुष ने उसकी पहचान की। फिर पिता, मां और भाई को लेकर देर शाम पुलिस मथुरा आई। पिता को राया थाने में ही रोक लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
घटना के बारे में खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतक 22 वर्षीय आयुषी दिल्ली के ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीसीए की छात्रा थी। पिता नितेश यादव ने 17 नवंबर की दोपहर 2:00 बजे अपने मकान में 2 गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद नितेश यादव ने 11 घंटे तक शव को घर में रखा। रात हो जाने पर बेटी के शव को पॉलिथीन में पैक करके ट्रॉली बैग में रखा।

17 नवंबर की रात करीब 3:00 बजे दोनों पति-पत्नी हाईवे पर निकले और वृंदावन होकर कार से एक्सप्रेसवे पर चढ़े। इसके बाद माइलस्टोन 108 पर कृषि अनुसंधान केंद्र के पास इन्होंने सुबह करीब 6:30 बजे बैग को सर्विस रोड पर झाड़ियों में फेंक दिया। इसके बाद दोनों पति-पत्नी एक्सप्रेसवे से होते हुए दिल्ली चले गए।
घटना के खुलासे के लिए पुलिस की 14 टीमें लगी हुई थी। घर पर पुलिस की टीम पहुंची तो मृतका की मां और पिता को हिरासत में ले लिया गया। सीओ आलोक सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दोनों टोल पार करते हुए कार कैद हुई थी।
परिवार को बिना बताए एक वर्ष पूर्व आयुषी ने कर ली थी शादी
कार्यवाहक एसएसपी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि आयुषी ने करीब एक वर्ष पूर्व छत्रपाल गुर्जर निवासी भरतपुर से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। इसको लेकर घर में विवाद होता रहता था। आयुषी भरतपुर के रहने वाले एक युवक से प्रेम करती थी। यह युवक उसके सहपाठी का रिश्तेदार भी है।
माता-पिता इसके खिलाफ थे। इसी बात पर आयुषी का मां से झगड़ा हुआ, जिसके बाद मां ने पिता को इसकी सूचना दी। घर आए पिता ने आयुषी को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। इसके बाद आवेश में आकर पिता ने लाइसेंसी रिवाल्वर से उसको दो गोली मार दी थीं। पुलिस को छानबीन में आयुषी का मैरिज सर्टिफिकेट मिल गया। इसे पुलिस ने बरामद किया है।