China News: चीन में उइगर मुसलमानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. चीन सरकार ने अब मस्जिदों के निर्माण को लेकर नियम-कायदे जारी कर दिए हैं। चीन में उइगर मुस्लिमों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामले में शिनजियांग में धार्मिक प्रथाओं को लेकर एक आदेश जारी किया गया है. चीन की सरकारी अथॉरिटी ने शिनजियांग में मस्जिदों के डिजाइन को लेकर निर्देश जारी किए हैं. इस आदेश के मुताबिक नवनिर्मित मस्जिदों के डिजाइन में चीनी परंपराओं को देखना जरूरी है. शिनजियांग के उइघुर स्वायत्त क्षेत्र में, अब नवनिर्मित मस्जिदों में “चीनी विशेषताओं” को शामिल करना अनिवार्य है।
चीन के सरकारी नियमों के अनुसार, कोई भी संगठन या व्यक्ति निवासियों को किसी भी धर्म को मानने या न मानने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है, लेकिन पुरानी मस्जिदों के पुनर्निर्माण या नई मस्जिदों के निर्माण में चीनी परंपराओं को शामिल करना जरूरी है। इसके मुताबिक, नए निर्माण में धार्मिक स्थलों की वास्तुकला, मूर्तियां, पेंटिंग और सजावट में चीनी विशेषताओं को प्रतिबिंबित करना जरूरी होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि शिनजियांग में नए नियमों के तहत सरकार धर्म का ‘चीनीकरण’ करने की कोशिश कर रही है और धार्मिक स्थलों पर राज्य का नियंत्रण मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है. पिछले महीने शिनजियांग सरकार के इस सार्वजनिक नोटिस के बाद ये नियम गुरुवार से शिनजियांग क्षेत्र में लागू हो गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में पुराने नियमों के तहत नए धार्मिक स्थलों के निर्माण के लिए स्थानीय सरकार से मंजूरी लेनी होती है।
चीन में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कई देश एकजुट हुए
चीन में उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार जगजाहिर हैं। पिछले साल अक्टूबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में चीन में उइगर मुसलमानों पर चीन द्वारा किए जा रहे अत्याचारों को लेकर एक संयुक्त बयान सामने आया था. चीन के मुसलमानों पर हो रहे इन अत्याचारों के खिलाफ 51 देश एकजुट हो गए थे. इन 51 देशों ने चीन के खिलाफ हस्ताक्षर किये थे.
चीन के खिलाफ संयुक्त बयान पर किन देशों ने किये थे हस्ताक्षर?
संयुक्त राष्ट्र के इस संयुक्त वक्तव्य पर कनाडा, जर्मनी, फ़्रांस, जापान, अमेरिका, इंग्लैण्ड तथा अन्य राज्यों ने हस्ताक्षर किये थे। उइगर मुस्लिम चीन के शिनजियांग प्रांत में रहते हैं। उइघुर कार्यकर्ताओं का कहना है कि चीनी शासन ने उइघुर और अन्य मुख्य रूप से मुस्लिम समुदायों के खिलाफ अत्याचार करना जारी रखा है। शिनजियांग प्रांत में रहने वाले मुसलमानों को पूर्वी तुर्किस्तान मुसलमान भी कहा जाता है।