New Delhi: दो हिस्सों में बटने जा रहा है भारत के टुकड़े करने वाला ब्रिटेन‚ जानिए क्या है वजह

आँखों देखी
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यूसुफ हमजा और सुनक ( फोटो साभार- गूगल )
यूसुफ हमजा और सुनक ( फोटो साभार- oneindia )

New Delhi: साल 1947 में ब्रिटेन ने भारत का विभाजन करके पाकिस्तान बनवा दिया।  इस घटना के ठीक 75 साल बाद इतिहास खुद को दोहराने जा रहा है। दरअसल भारत का विभाजन करवाने वाले ब्रिटेन का अब खुद विभाजन होने जा रहा है।  हैरान करने वाली बात यह है कि इस विभाजन का कारण भी पाकिस्तान है।

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि स्कॉटलैंड ब्रिटेन का हिस्सा है। वर्तमान में पाकिस्तान मूल के हमजा युसूफ स्कॉटलैंड के प्रधानमंत्री बने हैं। वहीं इस समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक हैं जो भारत वंश के मूल निवासी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के मूलनिवासी स्कॉटलैंड के फस्ट मिनिस्टर (प्रधानमंत्री) हमजा युसूफ ने स्कॉटलैंड को ब्रिटेन से अलग करने की मांग की हैं। उन्हाेने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से इस बारे में बात की है। 

स्कॉटलैंड को अलग देश बनाने के मुद्दे पर ही चुनाव जीते हैं हमजा युसूफ

आज तक चैनल की रिपोर्ट के अनुसार हमजा युसूफ स्कॉटिस नैशनल पार्टी के प्रमुख हैं। स्कॉटलैंड को ब्रिटेन से अलग कराने के वादे पर ही हमजा युसूफ चुनाव मैदान में उतरे थे। बताया जा रहा है कि स्कॉटलैंड के लोगों ने उन्हे इस मुद्दे पर भारी संख्या में अपना मत दिया। इस वजह से ही हमजा युसूफ स्कॉटलैंड के फस्ट मिनिस्टर बने। आज तक की रिपोर्ट के अनुसार स्कॉटलैंड की सरकार संप्रभु सरकार (स्वतंत्र राजा) नहीं है, इसलिए यहां के चीफ एक्जिक्यूटिव को प्राइम मिनिस्टर न कहकर फर्स्ट मिनिस्टर कहते हैं। 

ब्रिटेन का इतिहास

ब्रिटेन का पूरा नाम यूनाइटेड किंगडम ऑफ़ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉदर्न आईलैंड है।  ये चार प्रांतों से मिलकर बना एक देश है। इन प्रांतों में इंग्लैंड, वेल्स, नॉदर्न और स्कॉटलैंड शामिल है।  हालांंकि 1922 तक सदर्न आयरलैंड भी ग्रेट ब्रिटेन का हिस्सा था‚  लेकिन 1922 में आयरलैंड ब्रिटेन से अलग होकर एक अलग देश बन गया। सदर्न आयरलैंड के लोगों ने भी ब्रिटेन से अलग होने के लिए काफी समय तक संघर्ष किया। स्कॉटलैंड के लोग भी इस तरह ब्रिटेन से अलग होना चाहते हैं।

स्कॉटलैंड का इतिहास

मीडिया रिपार्ट के अुनसार 1600 ईस्वी से पहले तक स्कॉटलैंड एक अलग देश था। यह वही समय था जब ब्रिटेन का दबदबा पूरी दुनिया में होता जा रहा था। डर और लालच की वजह से कई छोटे-छोटे देशों के प्रमुखों ने अपने देश का विलय ब्रिटेन में कर दिया। स्कॉटलैंड का विलय भी 1707 ईस्वी में ब्रिटेन इस तरह से हुआ था। लेकिन स्कॉटलैंड की एक बड़ी आबादी इस विलय के विरोध में थी। कई बाद स्कॉटलैंड में विद्रोह और आंदोलन हुआ लेकिन इसे वहां के शासकों ने कुचल दिया। हालांकि वर्तमान शासक युसूफ हमजा ने इसे अधिकारिक रूप से उठाया है। 

प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने किया मांग को खारिज

2011 में भी स्कॉटिस नैशनल पार्टी ने स्कॉटलैंड में बहुमत हासिल किया था। इसकी बदौलत साल 2014 में स्कॉटलैंड में ब्रिटेन से अलग होने के लिए जनमत संग्रह कराया गया। लेकिन उस समय महज 45 प्रतिशत लोगों ने ब्रिटेन से अलग होने की इच्छा जाहिर की‚ बाकि 55 प्रतिशत ने ब्रिटेन के समर्थन में वोट किया। इस वजह से स्कॉटलैंड तब ब्रिटेन से अलग नही हो पाया था। माना जा रहा है कि वर्तमान में 70 फीसदी लोग ब्रिटेन से अलग होना चाहते हैं। स्कॉटलैंड के प्रधानमंत्री युसूफ हमजा एक फिर जनमत संग्रह करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होने ऋषि सुनक से बात की है। बताया जा रहा है कि ऋषि सुनक ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया है। 

 

 

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