New delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुश्किलें दिन व दिन बढ़ती जा रही हैं. घर से गोपनीय दस्तावेज मिलने मामले में उनकी परेशानी कम होती नजर नहीं आ रही है। दरअसल, जो बाइडेन के घर पर एक बार फिर से छापा पड़ा है. अमेरिकी न्याय विभाग की छापेमारी के दौरान बाइडेन के घर से छह और गोपनीय दस्तावेज मिले हैं, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. इस बात की पुष्टि बाइडेन के निजी वकील बॉब बाउर ने की है। अटॉर्नी बॉब बाउर ने कहा कि तलाशी करीब 12 घंटे तक चली।
बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहने के दौरान गोपनीय दस्तावेज
बाइडेन के वकील के अनुसार, शुक्रवार को न्याय विभाग के अधिकारियों ने वर्गीकृत दस्तावेजों की तलाश में डेलावेयर में जो बिडेन के घर और विलमिंगटन में पूर्व कार्यालय पर छापा मारा। गोपनीय दस्तावेज उस वक्त के हैं जब जो बाइडेन उपराष्ट्रपति थे। आरोप है कि पद छोड़ने से पहले वे गोपनीय दस्तावेज अपने साथ ले गए थे।
मुझे कोई पछतावा नहीं है: बाइडेन
वहीं, जांच को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उन्हें नवंबर में अपने निजी कार्यालय में मिले गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा नहीं करने का कोई मलाल नहीं है. उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और जल्द से जल्द इसे हल करने की उम्मीद करते हैं। मुझे लगता है कि आप पाएंगे कि वहां कुछ भी नहीं है। मुझे कोई पछतावा नहीं है। वकीलों ने मुझे जो बताया है, मैं उसका पालन कर रहा हूं। घटनाक्रम के सामने आने के लगभग एक हफ्ते बाद उनकी पहली सार्वजनिक टिप्पणी आई है।
ट्रंप के घर से मिले गोपनीय दस्तावेज
ट्रंप के घर से कुछ गोपनीय गोपनीय फाइलें मिली हैं, जिसके बाद से उन पर जांच का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि अब इस मामले में डोनाल्ड ट्रंप का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि ये फाइलें कुछ नापाक संघीय अधिकारियों ने प्लांट की हैं ताकि वे मुझे फंसा सकें. लेकिन मैं इसे हल्के में ले रहा हूं क्योंकि मैं जानता हूं कि यह सब मुझे फंसाने के लिए किया गया है और इसमें कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने राष्ट्रपति काल में कुछ भी गलत नहीं किया। यह सब मेरे खिलाफ रची गई साजिश है।
अमेरिका में गजब का लोकतंत्र- यह खबर यह बताने के लिए भी काफी है कि अमेरिका में लोकतंत्र कितना मजबूत है। भारत में जहां सत्ता में मौजूद एक विधायक के यहां भी जांच जांच एजेंसी जाने से डरती हैं‚ तो वहीं अमेरिका में दुनिया के सबसे ताकतवर आदमी के घर भी जांच ऐंससी बखौफ घुसकर अपना कार्य करती हैं। यह इस बात का उदाहरण है अमेरिका में लोकतंत्र भारत के मुकाबले कितना मजबूत है।