उत्तराखंड/ऋषिकेश: अंकिता भंडारी का शव शनिवार सुबह ऋषिकेश की चीला नहर से SDRF ने बरामद कर लिया है। अंकिता के शव को ऋषिकेश एम्स लाया गया है। इस दौरान यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट यहां पहुंची तो गुस्साई भीड़ ने उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। अंकिता का शव मिलने के बाद प्रदेशभर में जगह-जगह लोगों का गुस्सा दिखाई दे रहा है। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। गुस्साए लोगों ने आरोपी पुलकित आर्य की रिजॉर्ट के पीछे बनी फैक्टी में आग लगा दी। सीएम धामी के आदेश पर आधी रात बुलडोजर चलाकर रिजॉर्ट को ढहा दिया गया।
दरअसल, पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19 वर्ष) भाजपा नेता के स्वामित्व वाले वनंत्रा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी। 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई। पुलिस ने जांच की तो अंकिता को गायब करने में रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर इस मामले का खुलासा कर दिया था। हालांकि शव बरामद नहीं हुआ था।
शनिवार सुबह अंकिता का शव मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक के नेतृत्व में SIT का गठन कर त्वरित जांच के भी आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूडी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना हृदय विदारक है।
अंकिता हत्याकांड के बाद लोगों में आक्रोश पनप गया। विपक्ष की घेराबंदी के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देर शाम बड़ा निर्णय लेते हुए आधी रात बुलडोजर चलाकर रिजॉर्ट को ढहा दिया गया। रिजॉर्ट ढहाने की कार्रवाई पौड़ी जिला प्रशासन और पुलिस ने की। शनिवार को धामी सरकार ने पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य की पिछड़ा आयोग के उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आरोपी अंकित आर्य और उसके पिता विनोद आर्य को पार्टी से निस्काषित कर दिया है।