मेरठ के एक परिवार के साथ उत्तराखंड पुलिस ने बदसलूकी की। ज्वालापुर में हाथापाई और धक्का-मुक्की का वीडियो सामने आया है। वीडियो के मुताबिक- पुलिसवाले एक लड़के और परिवार के दूसरे लोगों के साथ मारपीट कर रहे हैं।
आसपास खड़े लोग पुलिस को बार-बार फैमिली साथ में है, कहकर रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बावजूद पुलिसवाले लड़के को पीट रहे हैं।
पुलिस ने परिवार के 4 लोगों पर पुलिस से बदसलूकी, मारपीट करने और गाली देने के आरोप में ज्वालापुर थाने में FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने दंपती, उनके बेटे-बेटी को आरोपी बनाया है। पुलिस का आरोप है कि कार सवार उन्हें पिस्टल दिखा रहे थे। वो पुलिस वालों को मारना चाहते थे। जबकि लोगों के मुताबिक- वीडियो में कहीं भी पिस्टल नहीं दिख रही। पुलिस, परिवार को थाने ले आई।
गंगा दशहरा पर हरिद्वार नहाने गए थे
मेरठ में कंकरखेड़ा के रहने वाले सतेंद्र राठी, पत्नी मंजू राठी, बेटी कनक और बेटे गृहवित राठी के साथ रविवार, 16 जून को हरिद्वार गए थे। गंगा दशहरा पर पूरा परिवार गंगा नहाने अपनी कार से निकला था। जब परिवार हरिद्वार के पास ज्वालापुर पहुंचा तो यहां गाड़ी किनारे लगाकर पानी खरीदने लगा। तभी उत्तराखंड पुलिस के 2 जवान मौके पर आए और गाड़ी का चालान काट दिया।
सतेंद्र राठी ने पुलिसवालों से कहा कि वो पानी खरीदने उतरे थे। चालान मत करिए। इसी बात पर पुलिस वाले भड़क गए और सतेंद्र राठी के साथ अभद्रता की। परिवार के अन्य लोगों ने इसका विरोध किया, तो पुलिस वालों ने सरेराह सतेंद्र राठी के बेटे गृहवित राठी और परिवार के साथ मारपीट शुरू कर दी। मौके पर भीड़ लग गई। भीड़ ने पुलिस वालों को काफी रोका कि मारपीट न करें, परिवार साथ है, लेकिन पुलिस नहीं रुकी। लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
पूरे परिवार पर पुलिस ने कराया मारपीट का मुकदमा
वीडियो में देख सकते हैं कि उत्तराखंड पुलिस किस तरह परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर रही है। लोगों के मुताबिक- पुलिस ने ही परिवार के साथ मारपीट की। लेकिन, उल्टे उन पर ही केस दर्ज करा दिया। पुलिस की तरफ से ज्वालापुर थाने में सतेंद्र राठी, उनकी पत्नी, बेटा और बेटी पर मुकदमा लिखाया गया है। चारों पुलिस की हिरासत में हैं।
पुलिस ने अपनी FIR में लिखा है कि चारों लोगों ने पुलिस वालों से मारपीट, बदतमीजी की है। सरकारी काम में बाधा डाली और पुलिस वालों को पीटा है। गालियां दी और फुल लोडेड पिस्टल दिखाकर पुलिस को जान से मारने का प्रयास भी किया।
पढ़िए उत्तराखंड पुलिस की FIR..
SI रविंद्र जोशी की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। इसमें लिखा है- निर्जला एकादशी स्नान पर्व के अवसर पर मेरी ड्यूटी 16 जून को हरिलोक तिराहे पर यातायात व्यवस्था में लगी थी। गंगा दशहरा स्नान के कारण हरिद्वार में यातायात का काफी दबाब था। यातायात पूरी तरह बाधित हो रहा था। दिन के करीब 3 बजे एक गाड़ी, जिसका नंबर- UP 15 DE 5666 हाईवे पर देसी शराब ठेके के सामने खड़ी हो गई।
मैं अपनी टीम के साथ मौके पर गया और इसे हटाने के लिए कहा। इस पर गाड़ी में बैठे लोगों ने गाड़ी हटाने से मना कर दिया। मैंने उन्हें ट्रैफिक अधिक होने की बात भी कही, लेकिन वो लोग नहीं माने। इसके साथ ही मैंने वहां नो पार्किंग में खड़ी एक फॉर्च्यूनर गाड़ी का चालान भी किया। इसी दौरान पहले वाली गाड़ी में बैठे लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस वालों को गालियां देने लगे। गाड़ी में पीछे बैठी महिलाएं भी गालियां देने लगीं और मारपीट के लिए गाड़ी से उतर गईं।
महिलाओं ने हम पुलिस कर्मियों की वर्दी का कॉलर पकड़ते हुए कहा- हम यूपी के रहने वाले हैं। तुम लोगों का क्या हाल करते हैं, तुम्हें पता भी नहीं चलेगा। साथ में दोनों पुरुषों ने हमारे ऊपर सड़क पर पड़े एक डंडे को उठाकर वार करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस कारण हरिलोक तिराहे पर यातायात पूर्णतया बाधित हो गया। इस दौरान कार में बैठे लड़के ने भी मारपीट की। मुझे और साथी सिपाही को चोट भी आई हैं।
भीड़ का फायदा उठाते हुए ये चारो लोग तुंरत अपनी उक्त अपनी गाड़ी में बैठ गए और भागने का प्रयास करने लगे। ड्राइविंग सीट के सामने बैठे व्यक्ति ने एक रिवाल्वर निकालकर कहा- सामने से हट जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा। जाम की स्थिति के कारण ये लोग भाग नहीं पाए और आम लोगों की मदद से वाहन को रोककर इन चारों लोगों को कार से बाहर निकाला। एक आदमी को पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया है। यह पूरी तरह लोडेड है। इसका लाइसेंस भी इन लोगों ने नहीं दिखाया। जाम की स्थिति नहीं होती, तो ये लोग हम पुलिस वालों को कुचलकर भाग सकते थे। या फिर गोली भी मार सकते थे।
पूछताछ में इन लोगों ने अपना नाम- गृहवित राठी पुत्र सतेंद्र राठी, दूसरे व्यक्ति जिसके पास पिस्टल थी, ने अपना नाम सतेंद्र राठी पुत्र धर्मपाल राठी और महिला ने अपना नाम कनक राठी पुत्री सतेंद्र राठी और मंजू राठी पत्नी सतेंद्र राठी बताया। ये लोग कंकर खेडा, जिला मेरठ के रहने वाले हैं।