वाराणसी। यूपी के वाराणसी से एक बेहद ही हैरान करने वाली और शर्मनाक खबर सामने आयी है। यहां मंदिरों के दर्शन करने आए बिहार सरकार में मंत्री और लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप सिंह यादव के साथ एक होटल में अनुचित व्यवाहर किया गया। पूजन एवं नौकायन के लिए गए मंत्री के पीछे होटल प्रबंधन ने उनका सामान निकाल कर बाहर कर दिया।
वापस लौट कर आए मंत्री ने जब अपना सामान होटल से बाहर हुआ देखा तो वह हैरान रह गए। उन्हाेने सामान निकालने का कारण पूछा तो होटल की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नही दिया गया। सूत्रों का दावा है कि एक स्थानीय नेता के कहने पर होटल ने तेजप्रताप का सामान बाहर निकाला है। इस मामले तेज प्रताप की ओर से होटल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन एफ आई आर दर्ज कराने को लेकर भारी गहमागहमी हुई।
दरअसल बिहार की नीतीश कुमार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव अपने लाव लश्कर के साथ वाराणसी आए हुए हैं। उन्होंने कैंट रोडवेज क्षेत्र स्थित एक होटल में कमरा बुक कराया था। होटल के कमरा नंबर 205 में मंत्री खुद ठहरे हुए थे और कमरा नंबर 206 में उनके निजी सहायक एवं सुरक्षाकर्मी ठहरे हुए थे।
मंत्री तेज प्रताप यादव जिस समय अपने लाव लश्कर के साथ मंदिरों में दर्शन पूजन और गंगा में नौकायन के लिए गए थे तो उनका सामान होटल के रिसेप्शन काउंटर पर कमरों से बाहर लाकर रख दिया गया। मंत्री जब अपने निजी सहायक एवं सुरक्षाकर्मियों के साथ वापस लौट कर आए तो उन्हें अपना और अपने स्टाफ का सामान होटल के रिसेप्शन पर रखा हुआ मिला। अपना और स्टाफ का सामान कमरों से बाहर रिसेप्शन काउंटर पर रखा हुआ देखकर मंत्री और उनके सहयोगी बुरी तरह से आश्चर्यचकित रह गए। अब इस बाबत थाने में शिकायत दी पत्र देते हुए उनके स्टाफ ने कहा है
कि मंत्री तेज प्रताप यादव की गैरमौजूदगी में उनके कमरों को खोलना उनकी सुरक्षा के लिहाज से उचित नहीं है। इसलिए होटल के महाप्रबंधक एवं अन्य स्टाफ के खिलाफ थाने में तहरीर देते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। इंस्पेक्टर राजू सिंह ने बताया है कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच पड़ताल करते हुए नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।