हापुड़। गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में मिट्टी खनन माफियाओं के हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन्हें प्रशासनिक अधिकारियों का भी खौफ नही है। सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे खनन माफियाओं के अड्डे पर एसडीएम साक्षी शर्मा ने बेहद गोपनीय ढंग में प्राइवेट गाड़ी और एक गार्ड के साथ छापामार कार्यवाही करते हुए मिट्टी से भरे डंपर और एक जेसीबी मशीन को सीज कर दिया। हालांकि इस दौरान खनन माफियाओं के गुर्गों ने दुस्साहस दिखाते हुए हमले का प्रयास भी किया।
आपको बता दें कि सिंभावली क्षेत्र में धड़ल्ले के साथ बेखौफ ढंग में मिट्टी खनन का गोरखधंधा चलाकर सरकारी राजस्व को चूना लगा रहे। खनन माफियाओं पर आखिरकार बुधवार की रात में प्रशासन का डंडा चल ही गया। तीन दिन पूर्व इस मिट्टी खनन के गोरख धंधे को लेकर हिंदुस्तान ने अवैध मिट्टी खनन की खबर को बेहद प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए खनन विभाग समेत तहसील प्रशासन पर भी सवाल उठाया था। इसके अलावा खनन माफियाओं को राजनीतिक स्तर से संरक्षण मिलने की संभावना भी जताई गई थी। जिसको लेकर तहसील प्रशासन हरकत में आ गया।
एसडीएम साक्षी शर्मा ने बेहद गोपनीय ढंग से प्राइवेट गाड़ी में सवार होकर एक गार्ड के साथ सिंभावली में खनन स्थल पर पहुंच गई। एसडीएम के पहुंचने की भनक लगते ही खनन माफियाओं से जुड़े गुर्गों में अफरा तफरी और भगदड़ मच गई। एसडीएम ने मिट्टी से भरे डंपर समेत एक जेसीबी को कब्जे में लेकर तत्काल प्रभाव से सीज कर दिया। बेहद गोपनीय ढंग में की गई इस कार्रवाई के दौरान खनन माफियाओं के गुर्गों ने गाड़ी की तरफ कोई वजनी वस्तु फेंक कर हमला करने का भी प्रयास किया। हालांकि इसमें गाड़ी समेत गार्ड और एसडीएम को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंच पाई। देखने योग्य बात यह है कि मामले की सूचना पाकर सीज किए गए दोनों वाहनों की जांच के लिए पहुंचे। एआरटीओ अपनी गाड़ी से नीचे उतरना तक मुंनासिफ नहीं समझा। खुद ए॰सी॰ चलकर गाड़ी में बैठे रहे। और अपने नुमाइंदे से जांच कराकर मामले की इति श्री कर दी गई।
(रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा)