मेरठ: वंदे भारत ट्रेन से टकराकर महिला और दो बेटियों की मौत, बंद फाटक के नीचे से निकलने के दौरान हुआ हादसा

Manoj Kumar
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संवाददाता: जावेद खान

हादसे के बाद खड़ी वंदे भारत ट्रेन

उत्तर प्रदेश: मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र में कासिमपुर फाटक पर रविवार शाम देहरादून की ओर जा रही वंदेभारत से रेहड़ा टकराने से महिला और उसके दो पुत्रियों की मौत हो गई। बताया गया की फाटक बंद होने के दौरान बैरियर के नीचे से निकालने के दौरान यह हादसा हुआ। हादसे के बाद ट्रेन कुछ देर के लिए मौके पर रुकी और फिर देहरादून की ओर रवाना हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मामले की जांच में जुट गई।

जानकारी के अनुसार, कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के अशोकपुरी निवासी नरेश अपनी पत्नी लक्ष्मी और दो पुत्रियों इशिका और चारु के साथ रेहड़ा चलाकर घर लौट रहा था। शाम 7 बजे के करीब कासिमपुर फाटक बंद होने पर नरेश बैरियर के नीचे से रेहड़ा निकालने लगा। हॉर्न की तेज आवाज आने पर लोगो ने चिल्लाना शुरू किया लेकिन नरेश ने किसी की नहीं सुनी। तभी 130 किमी की रफ्तार से आ रही वंदेभारत ट्रेन से रेहड़े का पिछला हिस्सा टकरा गया। नरेश तो ठेला लेकर पटरी से निकल गया, लेकिन उसकी पत्नी मोना, बेटी इशिका और चारु उसे बचाने के लिए दौड़े तो ट्रेन के सामने आ गए। भीषण टक्कर से तीनों के शव के चीथड़े उड़ गए। इस खौफनाक मंजर को देखने वालों की रूह कांप उठी।

लोगों ने बताया कि इतना भयानक मंजर उन्होंने कभी नहीं देखा। आंखों के सामने पूरा परिवार खत्म हो गया। शव देखकर हर लोगों की आंख से आंसू बह निकले। हादसे के बाद लोगों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। सूचना पर जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवान व एसपी सिटी पीयूष सिंह मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। लोगों का कहना है कि अगर नरेश नियमों का पालन कर लेता या उनकी बात सुन लेता तो पूरा परिवार इस तरह से नहीं उजड़ता। पत्नी और दोनों बेटियों की जान इसलिए चली गई कि उनको लगा कि नरेश ट्रेन से टकरा जाएगा, नरेश तो निकल गया लेकिन वे तीनों मौत के मुंह में चली गईं।

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