मेरठ के भावनपुर थानाक्षेत्र के राली चौहान गांव के बाहर 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मृतक कावड़ियों की संख्या चार से बढ़कर छह हो गई है। हादसे के बाद राली गांव सहित पूरे क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया था। विद्युत विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हुए हादसे को लेकर ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग जाम कर दिया। रात भर अधिकारी ग्रामीणों को समझाते रहें। जिसके बाद सुबह 13 घंटे बाद जाम खुल सका। वही, डीएम दीपक मीणा ने हादसे की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी के अध्यक्षता में एक चार सदस्य कमेटी का गठन किया है जो 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
आपको बता दें कि मेरठ जिले के भावनपुर थाना क्षेत्र के राली चौहान गांव में शनिवार रात को जल चढ़ाकर घर लौट रहे डाक कांवड़ियों की ट्रैक्टर -ट्राली 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। करंट लगने से 6 कांवड़ियों की मौत हो गई। जिसने भी यह मंजर देखा वह सहम गया। मृतकों में दो सगे भाई और चाचा-भतीजा शामिल हैं। सभी मृतक राली चाैहान के रहने वाले हैं। बुरी तरह से झुलसे दर्जनों शिवभक्तों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
घटना से गुस्साए ग्रामीणों और कांवड़ियों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग को लेकर रोड पर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि बिजली आपूर्ति बंद नहीं किए जाने से हादसा हुआ। एक साथ 6 मौतों से राली गांव में कोहराम मचा हुआ है। वहीं दर्जनों कांवड़िये अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। मेरठ जिलाधिकारी दीपक मीणा ने हादसे के कारणों की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) की अध्यक्षता में एक मजिस्ट्रेटियल जांच बैठा दी है।