मनोज कुमार
मेरठ: बसपा सरकार में पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान, फिरोज समेत सात लोगों पर खरखौदा थाने में गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस के शिकंजे के बाद याकूब की सियासत और कारोबार दोनों ही खतरे में हो गए है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि गैंगस्टर एक्ट के प्रावधान के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिसके पश्चात पुलिस याकूब कुरैशी की अवैध संपत्ति चिह्नित करने में जुट गई है। इसे जब्त किया जाएगा।
आपको बता दें कि 31 मार्च 2022 को पुलिस प्रशासन समेत कई विभागों की संयुक्त टीम ने हाजी याकूब कुरैशी की हापुड़ रोड स्थित मीट फैक्टरी में छापा मारकर अवैध तरीके से हो रही मीट की पैकिंग को पकड़ा था। इस मामले में याकूब कुरैशी सहित 17 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। तभी से याकूब और उनके दोनों बेटे फरार हैं। याकूब की पत्नी संजीदा बेगम को कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी। याकूब और उनके बेटे इमरान, फिरोज पर आईजी मेरठ रेंज ने 50-50 हजार का इनाम किया हुआ है। वहीं बताया जा रहा है कि गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज करने के बाद
एडीजी मेरठ जोन उन पर एक-एक लाख का इनाम घोषित कर सकते है।
याकूब कुरैशी का कारोबार विदेश तक फैला हुआ है। आशंका जताई कि हाजी याकूब अपने परिवार के साथ विदेश भाग सकते हैं, इसको देखते पुलिस ने उनका लुकआउट जारी कराया था। गैंगस्टर लगाने के बाद पुलिस ने निगरानी भी बढ़ा दी है। याकूब को कौन संरक्षण दे रहा है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। याकूब ने लोकसभा चुनाव में अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्योरा हलफनामे में दिया था। पुलिस ने इसका पूरा ब्योरा जिला निर्वाचन कार्यालय से मांगा है। जब्तीकरण के लिए संपत्ति तलाशनी शुरू कर दी गई।
वहीं 16 साल पहले डेनमार्क के काटूनिस्ट का सिर कलम करने वालों को 51 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा के मामले में भी याकूब कुरैशी पर देहली गेट थाने कई मुकदमे दर्ज हुए थे। इस मामले की केस डायरी गायब हो गई थी। शासन ने रिपोर्ट तलब कर दोबारा से चार्जशीट तैयार की गई है। इस मामले में पुलिस याकूब पर बड़ी कार्रवाई कर सकती है। मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि डीएम की संस्तुति के बाद गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया है।