टी सी गौतम
मेरठ: आवास विकास परिषद योजना के जागृति विहार एक्सटेंशन में किसानों और अधिकारियों के बीच चल रहे विवाद ने शुक्रवार को उग्र रूप धारण कर लिया। किसानों ने आवास विकास परिषद की टीम पर पथराव कर दिया। इस दौरान कर्मचारी अपनी जान बचा कर भागे। इसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लोगों को दौड़ा दिया। किसानों ने आवास विकास मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
आपको बता दें कि मेरठ के जागृति विहार एक्सटेंशन परियोजना में क्षेत्रीय किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है। अधिग्रहित की गई भूमि का अतिरिक्त मुआवजा व अन्य मांगों को लेकर किसान आवास विकास परिषद को भूमि पर कब्जा नहीं करने दे रहे। किसान पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। शुक्रवार को संयुक्त आवास आयुक्त और अधीक्षण अभियंता पुलिस की टीम के साथ जमीन पर कब्जा करने पहुंचे।
जागृति विहार एक्सटेंशन योजना में जमीन कब्जा मुक्त कराने पहुंची टीम का महिलाओं ने जमकर विरोध कर दिया। इसी दौरान सैकड़ों की संख्या में किसान मौके पर पहुंचे और कार्य रुकवा दिया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आवास विकास परिषद की टीम ने उनके देवता तोड़ दिए। जिससे गुस्साए किसानों ने हंगामा कर दिया। फिलहाल ग्रामीण योजना में ही धरना देकर बैठ गए हैं।
इससे पहले बृहस्पतिवार को भी जागृति विहार एक्सटेंशन योजना में किसानों से 100 एकड़ जमीन कब्जा मुक्त कराई थी। टीम ने किसानों की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलवाकर खेतों की जुताई करा दी। हंगामा और विरोध करने पर 12 किसानों को हिरासत में ले लिया गया था। किसानों ने पुलिस पर लाठी फटकारने का आरोप लगाया।