मेरठ: असम राइफल में तैनात मेरठ के थाना किठौर क्षेत्र के ग्राम गोविंदपुर शकरपुर निवासी जवान सौरभ का पार्थिव शरीर रविवार को पैतृक गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में शव का गांव में स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि इस दौरान प्रशासन की तरफ से कोई नुमाइंदा नही पहुंचने से जवान के परिजनों सहित ग्रामीणों में रोष दिखाई दिया।
दरअसल आपको बता दें कि थाना किठौर के गांव गोविंदपुर शकरपुर निवासी राकेश कुमार का बेटा सौरभ लगभग 4 महीने पूर्व असम राइफल में भर्ती हुआ था। 4 दिन पूर्व सौरभ की दीमापुर ट्रेनिंग सेंटर पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। रविवार की सुबह सौरभ का पार्थिव शरीर पैतृक गांव गोविंदपुर पहुंचा तो मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। शव को देखते ही परिजनो का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
जवान सौरभ का पार्थिव शरीर घर पहुंचने पर सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण व आसपास क्षेत्र के सैकड़ों लोग मृतक के घर पहुंचे और परिवार सांत्वना दी। हालांकि अंतिम संस्कार के दौरान कोई भी प्रशासनिक कर्मचारी मृतक के घर या शमशान में नही पहुंचा जिसका परिजनों और ग्रामीणों में रोष देखने को मिला। मृतक जवान का गांव में स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। जवान के भाई गौरव ने सौरभ की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और क्षेत्र के लोग मौजूद रहे। परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए जनप्रतिनिधियों में जिपं सदस्य अमित फौजी,पूर्व जिपं सदस्य मनोज अधाना, छात्र नेता शान मोहम्मद, डा बीरसिंह, सतेंद्र गुजर उपस्थित रहे।
सैनिक की मौत पर होगी सैन्य जांच
सूबेदार ओमप्रकाश ने बताया कि सैनिक सौरभ की अचानक मौत पर सैन्य अफसरों ने जांच शुरु कर दी है। शीघ्र ही मौत के कारण स्पष्ट कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। सूबेदार ने सौरभ के पिता व भाई को ढांढस बंधाते हुए कहा कि सेना सैनिक और उसके परिवार को सदैव अपना परिवार मानकर साहनुभूति रखती है। सौरभ भले ही चार माह पूर्व सेना में भर्ती हुआ हो किंतु स्वजन सैन्य अफसरों के संपर्क में रहें। इससे परिवार को वित्तीय लाभ के अलावा और भी कई सुविधाएं मिल सकती हैं।