उत्तर प्रदेश: मेरठ जिले के बहसूमा कस्बे में पत्रकार द्वारा एक कवरेज करने के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा असंवैधानिक एवं गलत तरीके से बंद मकान का ताला तोड़कर उस पर कब्जा कराने का प्रयास किया जा रहा था। पुलिस द्वारा कब्जा कराने के मामले को लेकर पत्रकार कवरेज करने उक्त स्थान पर पहुंचा, तो वहां पुलिस वालों ने पत्रकार से अभद्र व्यवहार एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किया और पत्रकार का फोन छीनकर उसे जीप में बिठाकर थाने ले आए।
मामले की जानकारी मिलने पर उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट के पदाधिकारी जिलाध्यक्ष अजय चौधरी के नेतृत्व में बहसूमा थाने पहुंचे। वहां उन्होंने थाना प्रभारी से मिलकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए गिरफ्तार पत्रकार को तत्काल प्रभाव से रिहा करने को कहा, संगठन पदाधिकारियों के दबाव पर पुलिस बैकफुट पर आ गयी और पत्रकार को ससम्मान रिहा कर दिया।
उपज जिलाध्यक्ष अजय चौधरी ने कहा कि पत्रकारों के हित के लिए उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट तत्पर है। मेरठ जिले में पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खबर को लेकर सरकार और प्रशासन पत्रकार पर किसी भी तरह का दबाव नहीं बना सकता। पत्रकारों पर दबाव बनाने और उनका शोषण करने वालों के खिलाफ उपज संगठन आंदोलन करेगा।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार धर्मपाल गिरी, संगठन महामंत्री राजू शर्मा, जिला प्रवक्ता अरुण सागर, महानगर अध्यक्ष पवन शर्मा, जिला सचिव जाकिर तुर्क, जिला प्रचार मंत्री गौरव सैनी, अर्जुन देशवाल, प्रवीण नीरज कुमार, जैन साहब, आदि पत्रकार मौजूद रहे।