लखनऊ। परमानेंट करने की मांग को लेकर 3 दिन से धरने पर बैठे हैं अनुदेशक

आँखों देखी
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लखनऊ में बेसिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय में अनुदेशकों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। गुरुवार सुबह से ही बड़ी संख्या में कई जिलों से आए अनुदेशक नियमित किए जाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन करते दिखे। इस प्रदर्शन में महिला अनुदेशकों की बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। इनमें से कई महिला अनुदेशक बच्चे लेकर पहुंची थी।

वहीं, बुधवार शाम अनुदेशकों का एक प्रतिनिधिमंडल बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव से मिला। वहां बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकला और अनुदेशकों के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को धरना जारी रखने की बात कही।

गुरुवार सुबह से ही बेसिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय पर धरने पर बैठे अनुदेशक।
गुरुवार सुबह से ही बेसिक शिक्षा निदेशालय के शिविर कार्यालय पर धरने पर बैठे अनुदेशक।

वार्ता में इन मुद्दों पर हुई थी चर्चा
बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव एस सुंदरम के साथ प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई। अनुदेशक संगठन के अध्यक्ष विक्रम सिंह के मुताबिक ट्रांसफर,आयुष्मान और CCL जैसी मांग को उन्होंने खुद से स्तर से पूरा करने की बात कही है।

वहीं, मानदेय वृद्धि का मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने का भरोसा दिया। हालांकि प्रदर्शन अभी कल दोपहर तक जारी रहने की उम्मीद हैं। गुरुवार को दोपहर बाद वार्ता से जुड़ा लिखित आदेश जब जारी होगा, तभी धरना खत्म करने का फैसला लिया जाएगा।

इस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह के अलावा प्राची मिश्रा, राम सिंह, संयुक्त मोर्चा शिक्षक अनुदेशक के संयोजक तारकेश्वर शाही मौजूद रहे।

ये तस्वीर बुधवार को प्रमुख सचिव से अनुदेशकों की वार्ता के दौरान की है।
ये तस्वीर बुधवार को प्रमुख सचिव से अनुदेशकों की वार्ता के दौरान की है।

तीसरे दिन भी जोरदार प्रदर्शन
अनुदेशक संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शचींद्र दीक्षित ने बताया कि आज लगातार तीसरे दिन अनुदेशकों का प्रदर्शन जारी है। साल 2017 में हाई कोर्ट ने मानदेय बढ़ाकर 17 हजार कर दिया था। पर सरकार इस आदेश के खिलाफ SC चली गई। ऐसे में सरकार की मंशा अनुदेशकों के हित में नही है।

हम 11 सालों से हम काम कर रहे हैं। हमारे साथ काम करने वाले पूर्णकालिक शिक्षकों को 80 से 90 हजार रुपए का का वेतन मिलता है। हमें महज 9 हजार का मानदेय दिया जा रहा है।

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