गुदड़ी ट्रिपल मर्डर केसǃ चेहरा छिपाकर कोर्ट पहुंची शीबा‚ 16 साल पहले इसी लड़की ने कराया था पूरा कांड

आँखों देखी
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मेरठ के चर्चित गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर केस में 24 जुलाई को फैसला आना था। कोर्ट पहुंचे सभी को बुधवार को बस 2 चीजों का इंतजार था। पहला- अदालत क्या फैसला सुनाएगी? दूसरा- जिस लड़की के उकसाने पर मर्डर हुआ, उस शीबा सिरोही की पेशी का। 16 साल पुराने इस खौफनाक हत्याकांड में अब 31 जुलाई को फैसला आएगा।

दुपट्टे से चेहरे को बांधकर रखा
शीबा अपनी मां के साथ अदालत पहुंची, लेकिन चेहरे को दुपट्‌टे से बांध रखा था। काफी देर शीबा अपनी मां के साथ कोर्ट रूम के बाहर बेंच पर बैठी रही। इस दौरान उसने दुपट्टे को चेहरे से एक पल भी खिसकने नहीं दिया। शीबा, उसकी मां ने वहां मौजूद किसी शख्स से कोई बात नहीं की। केवल वकीलों से उनकी कुछ बातें हुईं। मां-बेटी आपस में बेहद धीमी आवाज में बातें करती रहीं। जैसे ही पता चला कि फैसला नहीं आएगा। फौरन शीबा अपनी मां के साथ कोर्ट से चली गई।

16 साल पहले खौफनाक हत्याकांड आखिरी क्यों हुआ? पहले इसे जानते हैं… फिर एक दिन पहले कोर्ट में क्या हुआ, बताएंगे।

23 मई 2008 को बागपत और मेरठ जिले के बॉर्डर पर बालैनी नदी के किनारे तीन युवकों के शव मिले। मृतकों की पहचान सुनील ढाका (27) निवासी जागृति विहार मेरठ, पुनीत गिरि (22) निवासी परीक्षितगढ़ रोड मेरठ और सुधीर उज्जवल (23) निवासी गांव सिरसली, बागपत के रूप में हुई।

22 मई की रात तीनों की हत्या कोतवाली के गुदड़ी बाजार में हाजी इजलाल कुरैशी ने अपने भाइयों और दोस्तों के साथ मिलकर की। इजलाल की दोस्ती मेरठ कॉलेज में पढ़ने वाली शीबा सिरोही से थी। वह एकतरफा प्यार करता था। वहीं, सुनील ढाका भी शीबा को चाहने लगा था। शीबा को इजलाल से तीनों युवकों का मिलना पसंद नहीं था। उसने इजलाल को तीनों के खिलाफ उकसाया था। तीनों को गुदड़ी बाजार में आरोपी इजलाल ने घर बुलाया। जहां हत्या कर दी।

अदालत के बाहर मुंह छिपाकर बैठी रही शीबा की मां।
अदालत के बाहर मुंह छिपाकर बैठी रही शीबा की मां।

तीनों को गोली मारी, तलवार से काटा, आंखें फोड़ी
ये हत्याकांड इतना नृशंस था कि प्रदेशभर में चर्चा में रहा। तीनों युवकों को पहले गोली मारी, फिर तलवार से गला काटा गया। लाठी-डंडों से पीटा। आंखें भी फोड़ दी। घटना को देख और सुनकर हर कोई हैरान था। आनन-फानन मेरठ के साथ ही बागपत पुलिस को अलर्ट किया गया। तत्काल एक आरोपी की गिरफ्तारी भी की गई। मुख्य आरोपी इजलाल से पूछताछ हुई तो हैरान करने वाले खुलासे हुए।

शीबा का सुनील से प्यार करना गुजरा नागवार
इजलाल को पता चला कि शीबा सुनील ढाका को चाहती है। सुनील भी उसे प्यार करता है। ये बात इजलाल को खटक गई। उसने तय कर लिया कि सुनील ढाका को छोड़ेगा नहीं, ठिकाने लगाएगा। सुनील को ठिकाने लगाने के लिए इजलाल ने अपने तीन दोस्तों सुनील, पुनीत गिरी, सुधीर उज्जवल को अपने ठिकाने पर बुलाया।

टोपी और मास्क लगाए मुख्य आरोपी इजलाल है। बुधवार को कोर्ट पहुंचा इजलाल मुंह छिपाए रहा।
टोपी और मास्क लगाए मुख्य आरोपी इजलाल है। बुधवार को कोर्ट पहुंचा इजलाल मुंह छिपाए रहा।

रातभर मौत का खूनी खेल चलता रहा
इसके बाद जमकर शराब पिलाई। जब तीनों लड़के नशे में बेसुध हो गए तो इजलाल ने तीनों को अपने ही घर में कैद कर लिया। इसके बाद इजलाल ने अपने दूसरे साथियों को घर बुलाया। तीनों युवकों को बुरी तरह पीटा। इजलाल इतना आक्रोशित था कि तीनों लड़कों को बुरी तरह पीटने के बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने तीनों लड़कों की आंखें फोड़ डाली। फिर उनको गोली मार दी। इसके बाद तलवार से उनके गले काटे। रातभर इजलाल के टॉर्चर और मौत का खूनी खेल चलता रहा। पूरी रात इजलाल युवकों को काटता रहा और सुबह हो गई।

जीने के पास तीनों के शव फेंके
आरोपी इजलाल और दोस्तों ने तीनों लाशों को घर में ही सड़क की तरफ बने एक छोटे से जीने के पास डाल दिया। लेकिन, थोड़ी ही देर लाशों से खून बह कर सड़क पर आने लगा। आसपास के लोगों ने खून बहता देखा तो शोर मचाया। इसके बाद उस हिस्से को खोला गया तो भयानक मंजर नजर आया। इतने में इजलाल का नशा भी उतर गया।

उसने आनन-फानन गाड़ियां मंगाई और तीनों शवों को एक गाड़ी की डिक्गी में डालकर गंग नहर की ओर भागा। कोई सही जगह नजर नहीं आई तो आरोपी इन शवों को लेकर बागपत बॉर्डर पर हिंडन किनारे पहुंचा। इस दौरान गाड़ी का तेल खत्म हो गया तो आरोपी गाड़ी में ही शव छोड़कर फरार हो गया।

शवों को गाड़ी में बुरी तरह ठूंसा
स्थानीय लोग बताते हैं- जीने से शवों को निकाल कर ठिकाने लगाने का दृष्य भी भयावह था। दरअसल, आरोपी जब अपने घर से शव निकाल रहा था तो सड़क पर गाड़ियों का काफिला था। इसमें एक गाड़ी पर नीली बत्ती लगी थी। एक गाड़ी में शव ठूंस कर भरे जा रहे थे।

मकान के अंदर से लेकर सड़क तक खून ही खून फैला था। बावजूद इसके किसी की हिम्मत नहीं पड़ी कि आरोपी को रोक या टोक सके। बागपत पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर आरोपी इजलाल को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन कोर्ट में पेशी के दौरान गुस्साए लोगों ने हिरासत में उसकी पिटाई कर दी।

कोर्ट पहुंचे शीबा-इजलाल ने एक-दूसरे को तिरछी नजरों से देखा
शीबा सिरोही पर इजलाल को मर्डर के लिए उकसाने का आरोपी बनाया गया है। इस पर शीबा कोर्ट से स्टे ले आई। वहीं, इजलाल कुरैशी के भाई और दूसरे आरोपी भी मुंह पर मास्क लगाकर पहुंचे। इजलाल कुरैशी सबसे बाद में कोर्ट पहुंचा। जिस शीबा के खातिर इजलाल ने ये सब किया वो दोनों लोग बुधवार को एक-दूसरे से बात करते नहीं दिखे। दोनों ने तिरछी नजरों में एक-दूसरे को देखा।

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