बिजनौर: कर्ज में डूबे आशिक को बचाने के लिए व्यापारी की पत्नी ने रची थी लूट और गैंगरेप की झूठी कहानी

आँखों देखी
4 Min Read
पुलिस हिरासत में व्यापारी की पत्नी का प्रेमी
पुलिस हिरासत में व्यापारी की पत्नी का प्रेमी

बिजनौर: यूपी के बिजनौर में एक दिन पहले पेंट व्यापारी के घर हुई लूट और पत्नी के साथ गैंगरेप की घटना पूरी तरह से फर्जी निकली। घटना की गूंज लखनऊ तक पहुंचने के बाद हरकत में आयी पुलिस महज कुछ घंटे बाद ही झूठी कहानी से पर्दा उठा दिया। पुलिस ने व्यापारी की पत्नी के प्रेमी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस व्यापारी की पत्नी के खिलाफ भी कार्यवाही की तैयारी कर रही है।

दरअसल बिजनौर के नगीना में थोक व्यापारी को बंधक बनाकर उसके घर में डकैती, पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म और सिगरेट जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। इस वारदात के बाद पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हुए। मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई। डीआइजी मुरादाबाद ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस पूरे घटनाक्रम के बीच पुलिस गुपचुप तरीके से कड़ियां सुलझाने में जुटी रही. आखिरकार जब इसका खुलासा हुआ तो हर कोई हैरान रह गया। मोबाइल ने ही लूट की झूठी कहानी का पर्दाफाश कर दिया।

दिनभर चली इस घटना के बाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया. आरोपी पुष्पेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया गया कि आरोपी पुष्पेंद्र की कारोबारी की पत्नी से पिछले 12 साल से दोस्ती है। दोनों फोन पर बात करते थे. पुष्पेंद्र ने अपनी आईडी पर सिम लेकर महिला को दिया था।

यह भी पढ़ें- यमन में भारतीय नर्स काे सुनाई गई मौत की सजा‚ यमनी नागरिक की हत्या का है आरोप

पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया, जांच में सामने आया कि उसे व्यापारी की पत्नी ने ही खुद घर बुलाया था. योजना के मुताबिक आरोपी कटर लेकर पहुंचा था। कटर से अलमारियों के ताले काटकर आभूषण और नकदी चोरी कर ली गई। महिला ने लूट का रूप देने के लिए खुद ही चोट के निशान भी बनाए। अब जब खुलासा हुआ तो रेप का आरोप भी झूठा निकला. सिगरेट के निशान यातना को मजबूत करने के लिए थे।

एएसपी देहात राम अर्ज के मुताबिक बुधवार सुबह सूचना मिलते ही उन्होंने कारोबारी के घर का निरीक्षण किया। पहली नजर में ऐसा लगा कि बदमाशों के लिए दीवार पर चढ़ना नामुमकिन है, क्योंकि उन्हें आठ से दस दीवारें चढ़नी पड़ी होंगी. फिर घनी आबादी के बीच घर होना और शाम होते ही वारदात को अंजाम देना बहुत मुश्किल है। ऐसे में डकैती की सूचना ही संदेहास्पद थी.

लूट और गैंग रेप की झूठी कहानी उजागर होने के बाद अब पुलिसकर्मियों ने भी राहत की सांस ली है. यदि लूट वास्तव में हुई होती तो अन्य पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिर सकती थी। बता दें कि इस मामले को लेकर एसपी ने बुधवार शाम को नगीना देहात थानाध्यक्ष विकास कुमार को थाने से हटा दिया था. आशंका थी कि कई अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होगी. हालांकि, अब खुलासे के बाद नगीना देहात पुलिस ने राहत की सांस ली है.

Share This Article