अयोध्या: दो लाख रूपए मांग रही थी पुलिस‚ फेसबुक पर वीडियो बनाकर मंदिर के पुजारी ने किया सुसाइड

आँखों देखी
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नरसिंह मंदिर के पुजारी ने की आत्महत्या ( Image Source : Rishi Singh )
नरसिंह मंदिर के पुजारी ने की आत्महत्या ( Image Source : Rishi Singh )

अयोध्या: उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रताड़ना और ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर मंदिर के पुजारी ने कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।  इस मामले में एसएसपी अयोध्या ने जांच के आदेश दिए हैं।  पुलिस पूरे मामले की जांच करने का दावा कर रही है। पुजारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। 

यह सनसनीखेज घटना अयोध्या के नरसिंह मंदिर की बताई जा रही हैं।  मंदिर में रहने वाले पुजारी राम शंकर दास ने सोमवार सुबह कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।  आत्महत्या से उन्होने पहले फेसबुक पर लाइव होकर चौकी इंचार्ज और सिपाही पर दो लाख रूपए मांगने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। 

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक मृतक पुजारी की उम्र करीब 28 से 30 वर्ष के बीच थी।  वीडियो में पंडित राम शंकर कहते हुए सुने जा सकते हैं कि पुलिस वाले मुझसे 2 लाख रूपए मांग रहे हैं‚  मुझे नहीं पता कहां से लाऊं।  इस मामले में एसएसपी अयोध्या मुनि राज जी ने बताया है कि पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं। इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह को दी गई है। एसएसपी का दावा है कि सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। 

SHO बाेला आरोप निराधार

मामले में जानकारी देते हुए SHO ने बताया कि सोमवार को उन्हें सूचना मिली थी कि नरसिंह मंदिर पर तैनात पुजारी कई बार दरवाजा खटखटाने पर भी बाहर नहीं आ रहे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा तो राम शंकर का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। 

एसएचओ एसएचओ मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि राम शंकर दास मंदिर में अकेले रह रहे थे। कुछ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी मंदिर में लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि पुजारी को पुलिसकर्मियों से परेशानी होती थी‚  क्योंकि पुलिस उन्हें चांदी वह तांबे के बर्तन जैसे मंदिर से संबंधित सामान बेचने नहीं देती थी।  एसएचओ का आरोप है कि 1 दिन पुजारी ने मांग की थी कि पुलिसकर्मियों को मंदिर परिसर के अंदर तैनात नहीं किया जाए‚  इसलिए पुलिसकर्मियों को बाहर तैनात किया गया।

एसएचओ का कहना है कि- रायगंज पुलिस चौकी प्रभारी उप-निरीक्षक स्वतंत्र कुमार मौर्य और कांस्टेबल सुभाष सिंह पर पुजारी ने परेशान करने और पैसे मांगने का आरोप लगाया है‚ वह सरासर गलत है। शर्मा ने दावा किया, पुजारी को मंदिर का सामान बेचने से रोका गया तो वह ड्रग्स खरीदने का इंतजाम नहीं कर सके. कुछ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कुछ पैसे भी दिए थे. वह भारी मात्रा में ड्रग लेते थे और इस वजह से उन्होंने आत्महत्या की है। 

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