Ayodhya: यूपी में होने जा रहे निकाय चुनाव को लेकर राजनीति अपने चरम पर हैं। शासन द्वारा आरक्षण जारी होने के बाद कई वार्डों में महिला सीट आरक्षित हो गई है। इसके चलते पहले से पार्षद बनने का ख्वाब देख रहे कई पुरुष नेताओं को गहरा झटका लगा है।
लेकिन अयोध्या से एक दिलचस्प मामला सामने आया है। दरअसल अयोध्या में स्वर्गद्वार वार्ड से पिछली बार पार्षद रहे महेंद्र शुक्ला इस बार भी चुनाव लड़ना चाह रहे थे। लेकिन यहां महिला सीट आरक्षित हो गई। ऐसे में महेंद्र शुक्ला चुनाव नहीं लड़ सकते थे। महेंद्र शुक्ला ने इसके लिए अजब तरीका अपनाया और चुनाव लड़ने के लिए आनन-फानन में प्रिया शुक्ला नाम की महिला से कोर्ट मैरिज कर ली।
प्रिया शुक्ला को उन्होने अपनी पत्नी के रूप में प्रत्याशी बना दिया। बताया जा रहा है कि प्रिया शुक्ला से उनकी शादी जनवरी में घरवालों की मर्जी से होने वाली थी। हालांकि चुनाव को देखते हुए उन्होंने शादी से पहले ही कोर्ट मैरिज कर लिया और पत्नी को उम्मीदवार बना दिया।
बताया जा रहा है कि चुनाव जीतने के बाद महेंद्र शुक्ला धूमधाम से वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। पिछले 12 अक्टूबर को उनकी सगाई हुई थी और जनवरी में शादी होने वाली थी।
महेंद्र शुक्ला को 2017 के चुनाव में जनता ने पार्षद बनाया था। दावा है उन्हाेने अपनी क्षमता के मुताबिक जनता के किए गए वादों को पूरा किया। वो चाह रहे थे कि एक बार फिर जनता की सेवा करने का मौका मिले लेकिन महिला सीट आरक्षित होने की वजह से वह उनका यह सपना पूरा होता नजर नहीं आ रहा था।