कैराना। सरकारी अस्पताल में डॉक्टर ड्यूटी पर नही मिलने से समय से उपचार नही मिला तो एक मासूम बच्चे की जान चली गई। यहीं नही लापरवाह डॉक्टर ने मृतक बच्चे के परिजनों से भी गाली-गलौज व अभद्रता की। बच्चे की मौत पर परिजनो ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया। वही, मुख्य चिकित्साधिकारी ने आरोपो पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीएमओ को सौंप दी है।
कस्बे के मोहल्ला दरबार खुर्द पानीपत रोड निवासी नसीम का सात वर्षीय पुत्र जैद मंगलवार देर शाम दुकान से कुछ सामान लेने के लिए दुकान पर गया था। इसी दौरान रोड पार करते समय वह वहां से गुजर रही तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आकर गम्भीर रूप से घायल हो गया।
परिजन घायल बालक को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे तथा उपचार के लिए भर्ती कराया। आरोप है कि अस्पताल में रात्रि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक मौके से नदारद मिला। बालक के परिजन काफी देर तक इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन गंभीर रुप से घायल बालक को उपचार नही मिल सका। इसके बाद परिजन रात्रि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के अस्पताल परिसर में स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे तथा घायल बालक का उपचार किये जाने की गुहार लगाई।
आरोप है कि अपने आवास पर आराम फरमा रहा चिकित्सक बौखला गया तथा वहां पहुंचे बालक के परिजनों के साथ में गाली-गलौज करने लगा। काफी समय बाद अस्पताल में तैनात एक अन्य चिकित्सक मौके पर पहुंचा तथा बालक का उपचार शुरू किया। लेकिन तब तक हादसे में घायल बालक की मौत हो चुकी थी।
बालक की मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में आक्रोश फैल गया, जिस पर उन्होंने समय पर उपचार न दिये जाने का आरोप न लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। मामले की सूचना पर कोतवाली पर तैनात अपराध निरीक्षक नेत्रपाल सिंह अस्पताल में पहुंचे तथा हंगामा कर रहे मृतक बालक के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया। मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। बाद में परिजन बिना किसी कानूनी कार्यवाही के बालक के शव को अपने साथ ले गए।
पंद्रह दिन पूर्व भी चिकित्सक पर लगा था लापरवाही का आरोप
इससे पूर्व 20 मार्च की रात्रि उपचार के लिए अस्पताल ले जाए गए कस्बे के मोहल्ला आलखुर्द निवासी इस्लाम के 11 वर्षीय पुत्र अयान की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने चिकित्सक पर अस्पताल में मौजूद न मिलने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। बताया गया है कि उस दिन भी यही चिकित्सक रात्रि ड्यूटी पर तैनात था। मामला संज्ञान में होंने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली थी, जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नही हुई। हालांकि मंगलवार रात्रि हुई बालक की मौत पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीएमओ को सौंप दी है। परन्तु, जांच के बाद आरोपी चिकित्सक के ऊपर क्या कार्यवाही होगी। यह अभी भविष्य में ही पता चल पाएगा।
इन्होंने कहा;-
रात्रि के समय कुछ लोग एक बालक को लेकर अस्पताल में पहुंचे थे। उन्होंने समय पर उपचार न मिलने का आरोप लगाया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एसीएमओ डॉ. जाहिद अली त्यागी को सौंपी है। वह दिन के समय जांच के लिए अस्पताल आए थे। जांच रिपोर्ट के उपरांत मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।-डॉ. शैलेंद्र चौरसिया, चिकित्साधीक्षक सीएचसी कैराना।