कैराना – मौहल्ला आलकलां सिथत रजा अली के अजाखाने में पाच गोहर्रम के जुलूस से मुतालिक मजलिस का आयोजन किया गया। जिसको मोलमा इमरान गदीरी ने खिताब करते हुए कहा कि हज़रत अली अकबर इमाम हुसैन के बेटे थे। तथा उनको भी यज़ीदी फोन ने शहीद किया जिनकी आयु ।8 बरस थी। बाद में शहीदों के मसाइब बयान किये। तथा वंही में जुलजुना व अलमों का जुलूस नोहा खानों व मातमहारों के साथ बरामद होकर शामली रोड़ पर स्थित करबला पहुंचा। इस अवसर पर रजा अली खाँ,अता अली खाँ ,सरवर हुसैन , असगर अब्बास, कौसर ज़ैदी अली हैदर ज़ैदी जावेद रजा़ ज़ैदी वसी हैदर साकी, मुमताज़ अली, शराफत हुसैन अली , अतहर हुसैन, शाहिद हुसैन, सदाकत हुसैन शबाब हैदर ,मो0 अली के अलावा भी बड़ी संख्या शिया समुदाय के लोग मोजूद रहे। वहीं गुलज़ार अली कुरर्त मेहदी, मौ0 जाफ़र, यावर अली अमीर हैदर मौ0 आमाज ने नौहा खानी, तथा मुदस्सिर हुसैन ने में मरसिया खानी की।
जुलजुना का जुलूस शाम चार बजे से देर शाम तक चला।