उत्तर प्रदेश: सहारनपुर जिले के नानौता क्षेत्र के गांव उमाही राजपूत में स्वर्णों ने वाल्मीकि समाज की एक नवविवाहिता को परिवार के साथ मंदिर में मत्था टेकने से रोक दिया। वाल्मीकि समाज के लोगाें का आरोप है कि सवर्ण जाति लोगों ने नवविवाहिता और उसके परिवार के सदस्यों को मंदिर से बाहर निकाल दिया। वाल्मीकि समाज के लोगों ने एसएसपी से कार्रवाई की मांग की है।
ननौता थाना क्षेत्र के उमाही राजपूत गांव के वाल्मीकि समाज के लोगो ने बताया कि गांव में उनके लगभग 20 परिवार रहते हैं। उन्होंने बताया कि 29 अक्तूबर को वाल्मीकि समाज के एक परिवार में युवक की शादी हुई थी। परिवार के लोग नवविवाहिता को गांव के शिव मंदिर में मत्था टिकवाने ले गए थे। उनका आरोप है कि सवर्ण जाति के कुछ लोगों ने नवविवाहिता को मंदिर में मत्था टेकने से रोक दिया। उसे परिवार सहित मंदिर से बाहर निकाल दिया।
उन्होंने कहा कि हम भी हिंदू हैं। आरोपियों ने नवविवाहिता और उसके परिवार को मंदिर से बाहर निकालकर ठेस पहुंचाई है। नवविवाहिता को मंदिर में पूजा करने से रोकने पर वाल्मीकि समाज के लोगों में आक्रोश है। वाल्मीकि समाज के मनोज बिरला, कृष्णपाल,राधेश्याम, जयकुमार, राकेश, नरेश, गीता आदि ने एसएसपी से कार्रवाई की मांग की। एसएसपी डाॅ. विपिन ताडा ने थाना नानौता प्रभारी को जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।