मनोज कुमार
यहां के बारे में मान्यता है कि इस स्थान पर भस्मासुर नामक राक्षस ने कठोर तपस्या करके शिव से वरदान प्राप्त किया था कि वह जिस पर भी अपना हाथ रख देगा वह भस्म हो जाएगा। फिर उसके मन में पाप आ गया और वह माता पार्वती से विवाह करने के बारे सोचने लगा और वह भगवान शिव के ऊपर हाथ रखकर उन्हें नष्ट करना चाहता था।
SHRIKHAND MAHADEV YATRA: दुनिया की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में शुमार श्रीखंड महादेव के दर्शन के लिए देशभर के श्रद्धालु उत्सुक हैं। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में समुद्रतल से 18,570 फीट ऊंची श्रीखंड महादेव की यह यात्रा इस बार और भी कठिन होने वाली है। भक्तों को पांच किलोमीटर तक बर्फ मे पैदल चलना होगा। अभी तक केवल एक से दो किलोमीटर तक ही बर्फ में पैदल चलना रहता था। ऐसे में लोगो को श्रीखंड महादेव की यात्रा और भी मुश्किल हो सकती है।
आपको बता दें कि श्रीखंड महादेव के प्रति देशभर के श्रद्धालुओं में गहरी आस्था है। जिले के बाह्य सराज निरमंड से आगे जाओं गांव से 32 किमी की संकरी और कठिन पैदल यात्रा कर भक्त श्रीखंड भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं। 32 किमी के कठिन रास्तों में भक्तों को सिंहगाड़, थाचडू, नयन सरोवर, भीमडवारी और पार्वती बाग जैसे सुंदर स्थानों का पार कर श्रीखंड के दर्शन होते हैं। बताया जा रहा है कि इस साल जून के पहले हफ्ते तक श्रीखंड महादेव की पहाड़ियों में बर्फ गिरने और अभी बरसात के मौसम को देखते हुए इस साल यात्रा को पांच दिन पहले करवाने का निर्णय लिया है। इस साल यह यात्रा 5 जुलाई से शुरू होकर 20 जुलाई तक चलेगी।
श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट की टीम ने श्रीखंड महादेव जाने वाले यात्रा का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी है। टीम ने सिंहगाड़ से श्रीखंड तक का निरीक्षण किया था। श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के संस्थापक सदस्यों का दावा है कि सात जुलाई से शुरू होने वाली श्रीखंड यात्रा के बीच पार्वती बाग से श्रीखंड महादेव तक बर्फीला रास्ता है उसे यात्रा से पहले पैदल चलने योग्य तैयार किया जाएगा। सदस्यों का दावा है कि यात्रा को सफल बनाने के लिए श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट ने सभी तरह के इंतजाम उपलब्ध करवाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य बीएस ठाकुर ने कहा कि पूरे रास्ते की मरम्मत की जा रही है। साथ ही बर्फ से ढके रास्ते को भी पैदल चलने योग्य बनाया जा रहा है। यात्रा शुरू होने तक यह काम पूरा हो जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए कई धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से जगह-जगह लंगर की भी व्यवस्था की जा रही है।
एसडीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट की टीम ने 32 किलोमीटर पैदल यात्रा के रास्ते का निरीक्षण किया है। इसमें पार्वती बाग से लेकर श्रीखंड महादेव तक का रास्ता पूरा बर्फ से ढका है।