नई दिल्ली। पाकिस्तान में आम चुनाव होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं. देश में 8 फरवरी को चुनाव होने हैं. पूर्व पीएम इमरान खान जेल में सजा काट रहे हैं. उनकी पार्टी अपने चुनाव चिन्ह पर भी चुनाव नहीं लड़ पाई है. इस बीच जानकारी आ रही है कि पाकिस्तान के आम चुनाव में करीब 100 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें आतंकी संगठनों का संरक्षण मिला हुआ है. ये आतंकी संगठन चाहते हैं कि उनके उम्मीदवार जीतें, ताकि वे तालिबान की तर्ज पर पाकिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर सकें। यही कारण है कि आतंकियों द्वारा आम जनता को डराने की हर संभव कोशिश की जा रही है.
पाकिस्तान की सैन्य खुफिया एजेंसी और वहां का मौजूदा प्रशासन चाहता है कि इमरान खान और उनकी पार्टी पूरी तरह से सत्ता से बाहर हो जाए. यही वजह है कि इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवारों को ऐसे चुनाव चिन्ह दिए गए हैं जो शायद आम जनता को याद नहीं होंगे. इस कारण यह लगभग तय है कि इमरान खान और उनकी पार्टी की इन चुनावों में हार होगी.
चुनाव से पहले 50 लोगों की मौत हो गई
पाकिस्तान में साल 2024 में होने वाले चुनावों में जितनी हिंसा हुई है उतनी शायद पिछले दो दशकों में हुए चुनावों के दौरान नहीं हुई होगी. आलम ये है कि अब तक 50 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं, वहीं अगर सुरक्षाकर्मियों की बात करें तो इन चुनावों के दौरान सुरक्षा बलों के हाथों घायल और मारे गए लोगों की संख्या भी सैकड़ों में है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, पुलिस और सेना कहीं भी इन घटनाओं पर नियंत्रण करती नजर नहीं आई। इसलिए चुनाव के दिन भी भारी हिंसा होने की आशंका है.