पाकिस्तान अजरबैजान आर्म डील: भारत अपने दोस्त आर्मेनिया को हथियार मुहैया कराता रहा है. इस बीच अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच चल रहे तनाव के बीच भारत ने आर्मेनिया के साथ हथियारों का सौदा किया, जिससे पाकिस्तान नाराज हो गया. वो पाकिस्तान जो खुद कंगाल है, जिसकी सेना भी गरीबी से जूझ रही है, उसने अब आर्मेनिया को हथियार देना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान ने अजरबैजान के साथ हथियारों का बड़ा सौदा किया है. अजरबैजान ने पाकिस्तान से 1.6 अरब डॉलर के जेएफ-17 ब्लॉक-III फाइटर जेट खरीदने के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
अजरबैजान और पाकिस्तानी वायु सेना के बीच समझौते पर हस्ताक्षर
यह समझौता पाकिस्तान के प्रमुख रक्षा ठेकेदार पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स और अजरबैजान की वायु सेना के बीच हुआ है, जो पाकिस्तान के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा निर्यात समझौता है। इस समझौते में जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के साथ प्रशिक्षण भी शामिल है। पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स एक बड़ी कंपनी है जो पाकिस्तानी सेना के लिए हवाई जहाज और अन्य उपकरण बनाती है। इसकी शुरुआत पाकिस्तान वायुसेना ने साल 1971 में की थी। कंपनी अपने कुछ उत्पादों के लिए तुर्की और चीन की कंपनियों के साथ मिलकर काम करती है।
अजरबैजान के साथ पाकिस्तान के रक्षा सौदे पर भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रहे पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक अब्दुल बासित ने कहा कि ‘बड़ी खबर…अजरबैजान पाकिस्तान से 1.6 अरब डॉलर का जेएफ-17 विमान खरीदेगा.’
भारत-आर्मेनिया रक्षा समझौते से अजरबैजान को झटका लगा है
यूरोप और एशिया के बीच स्थित अजरबैजान और उसके पड़ोसी देश आर्मेनिया के बीच भयंकर दुश्मनी है। दोनों देश नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र पर अपने अधिकार के लिए लड़ते रहे हैं। साल 2023 में अजरबैजान ने लड़ाई जीत ली और नागोर्नो काराबाख इलाके पर कब्जा कर लिया. 2023 में काराबाख के हारने के बाद, आर्मेनिया ने भारत और फ्रांस के साथ एक बड़े हथियार सौदे पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें वायु रक्षा प्रणालियों और बख्तरबंद वाहनों और अन्य हथियारों की खरीद शामिल थी। भारत-फ्रांस की आर्मेनिया के साथ हुई हथियार डील पर अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव नाराज हो गए।
अजरबैजान कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है
कश्मीर के मुद्दे पर अजरबैजान भी अक्सर पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है. भारत में अजरबैजान के पूर्व राजदूत अशरफ शिकालिव ने कुछ समय पहले कहा था कि उनका देश कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ सहयोगात्मक रुख रखता है.
तुर्की ने भी अजरबैजान को किलर ड्रोन दिया था, भारत ने आर्मेनिया को एंटी ड्रोन सिस्टम दिया था.
दरअसल, हाल ही में तुर्की ने भी अजरबैजान को खतरनाक ड्रोन दिए हैं। वह इन ड्रोन्स का इस्तेमाल आर्मेनिया के साथ कर सकता है। वहीं, भारत ने अपने दोस्त आर्मेनिया को एंटी-ड्रोन सिस्टम दिया है। आर्मेनिया ने भारत से ड्रोन किलर सिस्टम खरीदा है. यूरोएशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्मेनिया ने भारत में बना जेन एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदा है. माना जा रहा है कि तुर्की के इन ड्रोनों से निपटने के लिए ही आर्मेनिया ने भारत से ड्रोन खरीदे हैं। भारतीय वायुसेना ने भी इस एंटी ड्रोन सिस्टम को साल 2021 में खरीदा था. भारतीय वायुसेना ने इस सिस्टम को 2 अरब रुपये में खरीदा है. इसे मार्च 2024 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। इससे पहले आर्मेनिया ने भारत से पिनाका रॉकेट सिस्टम खरीदा था, जो अजरबैजान में तबाही मचाने की क्षमता रखता है।