मेरठ। पूरी फीस लेकर भी स्कूल नही दे रहे बच्चों के रिपोर्ट कार्ड और टीसी‚ अभिभावक परेशान

अभिभावक द्वारा शिक्षा विभाग में उसकी शिकायत करते हुए बताया गया कि उनकी बच्चियों की पूरे साल की फ़ीस लेकर भी उनकी बच्चियों के रिपोर्ट कार्ड, टीसी देने से स्कूल की प्रिंसिपल ने मना कर दिया। जब अभिभावक ने रिपोर्ट कार्ड ना देने का कारण पूछा तो धोखे से उनसे पूरे साल का रिकॉर्ड फ़ीस कार्ड फ़ीस स्लिप छीन कर उनके साथ अभद्र व्यवहार व गाली गलौच करते हुए स्कूल से बाहर निकाल दिया।

आँखों देखी
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मेरठ। अच्छी शिक्षा प्राप्त करने का सभी बच्चों व बच्चियों का मौलिक अधिकार है।  अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए बच्चों के माता- पिता अपना पेट काट कर भी स्कूलों में मोटी फ़ीस देते हैं। लेकिन कुछ प्राइवेट स्कूलों की हठधर्मी इतनी बढ़ गई हैं कि वह बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ करने पर उतारू हैं।

ताजा मामला मेरठ के लिसाड़ी रोड़ स्थित स्कूल का सामने आया है। जहां पर द” होली फ़ातिमा नाम से एक स्कूल है। अभिभावक द्वारा शिक्षा विभाग में उसकी शिकायत करते हुए बताया गया कि उनकी बच्चियों की पूरे साल की फ़ीस लेकर भी उनकी बच्चियों के रिपोर्ट कार्ड, टीसी देने से स्कूल की प्रिंसिपल ने मना कर दिया। जब अभिभावक ने रिपोर्ट कार्ड ना देने का कारण पूछा तो धोखे से उनसे पूरे साल का रिकॉर्ड फ़ीस कार्ड फ़ीस स्लिप छीन कर उनके साथ अभद्र व्यवहार व गाली गलौच करते हुए स्कूल से बाहर निकाल दिया।

इतना ही नहीं जब अभिभावक ने शिक्षा विभाग में शिकायत करने की बात कही तो उनकी बच्चियों का भविष्य खराब करने की धमकी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तक शिकायत कर दो हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो बल्कि जान से मारने की भी दी है। अपनी बच्चियों के भविष्य के लिए अभिभावक ने मुख्यमंत्री पोर्टल जिला अधिकारी व शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज कराते हुए अपनी बच्चियों के भविष्य को सुरक्षित करने की गुहार लगाई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूल की जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।

स्कूल के बारे मे बेसिक शिक्षा विभाग से जानकारी ली गई तो पता चला कि संबंधित स्कूल का यू डी आई नम्बर ही नहीं है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि बिना यू डी आई नम्बर के कोई भी स्कूल बच्चों का पैन नंबर उत्पन्न नहीं कर सकता है। अब ऐसे में जितने बच्चों ने ऐसे स्कूलों से शिक्षा प्राप्त की उन्हें आगे चलकर बिना पैन नंबर के दूसरे स्कूल में दाखिला लेने में भारी समस्या उठानी पड़ सकती हैं।

संवाददाता- जावेद खान

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