जानी खुर्द -गुरूवार को सिवालखास में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया।बैंडबाजों व सुंदर झांकियों के बीच विजयदशमी का जुलूस निकाल कर रामायण के पूर्ण व्याख्यान के साथ रावण के पुतले का दहन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने शिरकत की और मेले का शुभारंभ किया और इस दौरान , चेयर पर्सन पति गुलजार चौहान, वकील चौहान, प्रवीण पावटी, सुमित घाट, सुशील गुप्ता, आतिफ राणा, राजेश शर्मा, अमित गोयल, सद्दाम गफ्फार, जावेद बिट्टू, सुधीर शर्मा आदि मौजूद रहे।
वही जिस तरह विजयादशमी पर्व सत्य और धर्म की स्थापना के लिए मनाया जाता है। इस दिन बुराई के प्रतीक रावण का पुतला जलाया जाता है। हर साल रावण जलता है मगर बुराइयों का प्रतीक रावण अट्टहास करता रहता है। सही मायने में रावण का अंत तभी माना जाना चाहिए जब बुराइयों का अंत हो और आदर्श समाज की व्यवस्था हो अपने अंदर की बुराइयों को खत्म करना। आखिर जनता की समस्याओं रूपी बुराइयों का अंत करने कौन राम आएंगे? बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य आदि से जुड़ी ऐसी समस्याएं हैं, जिनके प्रति अधिकारी व जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं दिखते। इससे विजयादशमी का संदेश निरर्थक साबित हो रहा है। आखिर कब मरेगा नई सूरत में जन्मा रावण?आइए आज से हम इन बुराइयों का भी अंत करने का संकल्प लेना चाहिए।
संवाददाता‚ नीरज गोला