Meerut Police: हमेशा सुर्खियों में रहने वाली मेरठ पुलिस एक बार फिर चर्चा में है। हालांकि इस बार पुलिस की बहादुरी की बात नहीं‚ बल्कि उसकी काली करतूतों की चर्चा है। दरअसल यहां दो पुलिसकर्मियों ने थाने के बाहर खड़ी एक कार के पार्ट्स निकालकर भेज दिए। मामला सामने आने के बाद एसएसपी ने दोनों महान पुलिसकर्मियों सस्पेंड कर दिया है।
यह चर्चित घटना जनपद के TP नगर थाने की है। जहां पर एक आई-20 का पिछले कुछ दिनों खड़ी हुई है। यह कार किसी मुकदमें में दर्ज है। कार के अंदर काफी महंगा साउंट सिस्टम लगा हुआ था। जिस पर थाने के दो पुलिसकर्मियों‚ जिनमें सिपाही निर्मल सिंह और हेड मौर्य रविंद्र कुमा की काफी दिन से निगाह थी।
आखिरकार एक दिन इन दोनों ने मिलकर इस कार के साउंड सिस्टम और एक दरवाजे को बेच दिया। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस मामले की जानकारी जब अन्य पुलिसकर्मियों को हुई तो वो भी हिस्सा मांगने लगे। लेकिन दोनों पुलिसकर्मियों ने एक भी रूपया देने से इंकार कर दिया। परिणाम यह हुआ कि यह पूरा मामला अफसरों तक जा पहुंचा।
मामले की जांच के लिए सीओ ब्रह्मपुरी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जांच में सामने आया कि दोनों सिपाहियों की मिलीभगत के चलते कार के पार्ट्स बेचे गए हैं। यह भी पता चला कि किन लोगों ने यह सामान खरीदा है। पुलिस ने कार के पार्ट्स खरीदने वाले आरोपी शोएब निवासी नूरनगर मेरठ और हसन निवासी खतौली मुजफ्फरनगर को भी गिरफ्तार कर लिया।
इन लोगों के पास से कार के सभी पुर्जें बरामद हो गए। पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि थाने के सिपाहियों ने ही उन्हें यहां बुलाकर सौदा किया था और सामान बेच दिया था। मामला सामने आने के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सिपाही निर्मल सिंह और हेड मौर्य रविंद्र कुमार को निलंबित कर दिया है। साथ ही बताया गया है कि दोष सिद्ध होने पर दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।