मेरठ में बेसिक शिक्षा अधिकारी के इशारे पर उनके कार्यालय से संविधाना निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का चित्र हटा दिया गया। यह देखकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सहित अनुसूचित जाति/जनजाति शिक्षक संघ ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। संगठन के लोगों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया और बीएसए से चित्र गायब होने के बाद बाबत पूछताछ की। उन्होंने कहा, जब सरकार बाबा साहेब को मानती है तो इस दफ्तर में उनकी तस्वीर क्यों नहीं है।
इस पर बीएसए ने अपनी गलती मानी और तस्वीर दोबारा लगवाने की बात कही। इसके बाद संघ के पदाधिकारी शांत हुए। हालांकि संघ के पदाधिकारियों ने बीएसए कार्यालय में खुद ही बाबा साहब की तस्वीर लगाई।
बीएसए ने अपनी गलती मानी, बोलीं-तस्वीर लगवा दी
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला महामंत्री डॉ. छोटू राम ने बताया कि बृहस्पतिवार को कार्यालय से बाबा साहब का चित्र गायब था। इस पर सैकड़ों शिक्षकों में रोष व्याप्त हो गया। संघ ने संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी को ज्ञापन दिया और घोर आपत्ति जताई। उन्होंने बीएसए से सवाल किया कि कार्यालय में तस्वीर क्यों नहीं है। इस पर बीएसए ने कार्यालय में तस्वीर लगाने की बात कही।
हालांकि संघ के पदाधिकारी बाबा साहब की तस्वीर लाए। एक सीढ़ी लाए। इसके बाद बाबा साहब की तस्वीर को कार्यालय में लगाया गया। भारत वीर के नेतृत्व में बीएसए कार्यालय पहुंचे और बीएसए आशा चौधरी के सामने बाबा साहब के चित्र के कार्यालय में न होने पर गुस्सा जताया। जिस पर बीएसए ने अपनी गलती मानी। इसके बाद ही पदाधिकारियों का गुस्सा शांत हुआ।
बीएसए ने कहा, आचार संहिता के समय पर चपरासी से कुछ तस्वीरें हटवाने को कहा था, मगर उसने गलती से बाबा साहब की भी तस्वीर को हटा दिया था। अन्य कार्यालयों से भी हटवा दी गईं थीं। इस बीच उससे कई बार कहा गया था तस्वीर लगाने को लेकर। मगर उनको ध्यान नहीं रहा तस्वीर को लगाने की। अब तस्वीर को लगा दिया गया है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मेरठ के जिला महामंत्री डॉ. छोटू राम, जिला संयुक्त मंत्री डॉ. कमलस्वरूप, जिला मीडिया प्रभारी रतन सिंह, जिलाध्यक्ष विकेश, ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार, ब्लॉक मंत्री सुनील, कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार आदि उपस्थित रहे।