मेरठ-करीब डेढ़ दशक से संचालित प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप और मौलाना आजाद फैलोशिप को प्रतिबंधित करने के विरोध में कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर अल्पसंख्यक विभाग की तरफ से एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। जिसमें स्कॉलरशिप और फैलोशिप को दोबारा संचालित किए जाने की मांग की।
मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर जिला चेयरमैन जर्रार उमर के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने बताया कि 2006 कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार ने गरीब अल्पसंख्यक के विकास हेतु माता पिता पर पड़ने वाले स्कूल के बोझ को हल्का करने के उद्देश्य से प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप की शुरुआत की थी। लेकिन अब साजिश के तहत केंद्र सरकार ने इसे बंद कर दिया है।
जिला चेयरमैन जर्रार उमर ने कहा कि यह सब सरकार की अल्पसंख्यक वर्ग के खिलाफ साजिश है, ताकि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएं। इसके अलावा सरकार ने मौलाना आजाद फैलोशिप को बंद करने का भी ऐलान कर दिया है। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने जिलाधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन सौंपते हुए इसे दोबारा संचालित करने की मांग की है। इस मौके पर इन्तजार हुसैन,मोहम्मद खालिद, कय्यूम पुंडीर, महकार चौहान, शादाब चौहान, संजय सोम, सलीम चौहान सहित कांग्रेस के अन्य नेता एंव अल्पसंख्यक पदाधिकारी मौजूद रहे।