Meerut: उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस (Meerut Police) ने शुक्रवार को एक प्रेसवर्ता कर बताया कि उसने पिछले एक साल में गुम अथवा चोरी किए गए करीब 100 मोबाइल फोन (mobile phone) बरामद किए हैं। पुलिस ने यह सभी मोबाइल फाेन उनके मालिको को सौंप दिए हैं। फोन मिलने के बाद इन लोगों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। पुलिस इन मोबाइल फोन की कुल कीमत करीब 21 लाख रूपए बता रही है।
एक भी आरोपी नही किया गिरफ्तार
साल 2022 में जिन लोगों के मोबाइल फोन चोरी अथवा गुम हुए थे‚ मेरठ पुलिस ने उन लोगों को उनके मोबाइल फोन दोबारा से वापस दिला दिए हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतने सारे मोबाइल फाेन बरामद करने वाली पुलिस ने यह नही बताया कि किन लोगों के पास से यह फोन बरामद किए गए हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता के दौरान एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि हमारी सर्विस लायंस टीम ने यह फोन बरामद किए हैं। लेकिन एसपी साहब ने भी यह नही बताया कि मोबाइल फोन चोरी करने वाले कितने लोगों को गिरफ्तार किया है।
क्यों नही की गिरफ्तारी
अच्छी बात है कि जिन लोगों के मोबाइल फोन गुम हुए थे उन लोगों को उनके मोबाइल फोन वापस मिल गए‚ लेकिन यह मोबाइल फोन किन लोगों के पास थे‚ उन लोगों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नही की। पुलिस के पास इसका कोई जवाब नहीं है। क्या फोन बरामद करने के बाद सबको ऐसी ही छोड़ दिया गया। या आरोपियों को वसूली के बाद छोड़ा गया है।
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आपको बता दें कि अगर किसी के पास चोरी का सामान बरामद होता है या चोरी करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 411 के तहत कार्रवाई होती है। इसमें तीन साल की सजा का प्रावधान है। अगर किसी ने अनजाने में भी चोरी का सामान या मोबाइल खरीद भी लिया है तो पुलिस उसको भी थाने में बैठाकर परेशान करती है। कई बार तो भारी वसूली करने बाद उसको छोड़ा जाता है। लेकिन इतनी बड़ी रिकवरी होने के बाद भी मेरठ पुलिस ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं दिखाई है। जो बड़ा सवाल है।