Mumbai: तीन महीने जेल की हवा खाने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत के तेवर बीजेपी के प्रति ढीले हो गए हैं। बुधवार को मनी लांड्रिंग केस में उन्हें जमानत मिल गई है। गिरफ्तारी के 3 महीने बाद जमानत पर बाहर आए संजय रावत ने बीजेपी पर निशाना साधने के लिए बजाय उसकी तारीफ की है।
उन्होंने कहा है कि मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। हैरानी की बात यह है कि संजय रावत ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्होंने कुछ अच्छे फैसले लिए हैं जिसका वह स्वागत करते हैं।
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए संजय रावत ने कहा कि जिन लोगों ने यह साजिश रची थी अगर उनको आनंद मिला होगा तो मैं इसमें उनका सहभागी हूं। संजय राउत ने कहा कि उनके मन में किसी से कोई शिकायत नहीं है। वह पूरी व्यवस्था को या किसी जांच एजेंसी को भी दोषी नहीं ठहराएंगे।
संजय राउत ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार बनी है‚ सरकार ने कुछ अच्छे निर्णय भी लिए हैं‚ जिसका मै स्वागत करता हूं। रावत ने यह भी कहा कि वह कुछ दिनों में राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करेंगे। यही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मिलने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे से और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मिलूंगा।
क्यों बदले बोल ?
अब तक बीजेपी पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले संजय रावत के तेवर अचानक इस तरह बदलना हैरान कर रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि रावत को जेल से केवल इसी शर्त पर बाहर निकाला गया है कि वह बीजेपी के खिलाफ जबान बंद रखेंगे। हालांकि हम इस बात की पुष्टी नही करते हैं।