Wrestlers Protest: महिला पहलवानों का कथित रूप से यौन शोषण करने वाले BJP सांसद बृजभूषण शरण के बुरे दिन शायद शुरू होने वाले हैं। दिल्ली पुलिस ने अब बृजभूषण का और सहयोग करने से हाथ खड़े कर दिए हैं और FIR दर्ज करने का ऐलान किया है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट फटकार के बाद लिया है।
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि वह आज इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करेगी। दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में यह जानकारी दी है। बता दें कि महिला पहलवान पिछले 6 दिनों से बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रही है और इस मांग को लेकर उसने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली पुलिस आज प्राथमिकी दर्ज करेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था।
बता दें कि पिछले कई दिनों से धरने पर बैठी महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. याचिका में मांग की गई है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। पहलवानों ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था। आज सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि वह आज इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करेगी.
कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्या हुआ?
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से महिला पहलवानों की सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश जारी करने और इसकी देखरेख के लिए एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश नियुक्त करने की अपील की। दिल्ली पुलिस की ओर से कोर्ट में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इन सभी मामलों को पुलिस देखेगी. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को हलफनामा दाखिल करने का भी निर्देश दिया है। इस हलफनामे में नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा के लिए किए जाने वाले उपायों की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं. इसने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस को नाबालिग लड़कियों को होने वाले खतरे का भी आकलन करना चाहिए।
यह है पूरा मामला
ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट सहित कई पहलवान कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पहलवानों का आरोप है कि महिला पहलवानों का यौन शोषण किया जाता है, साथ ही आरोप है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष तानाशाही चलाते हैं।