बीती रात का तापमान पिछले 57 साल में पहली बार 1.5 डिग्री दर्ज किया गया. नवीनतम तापमान शून्य तक पहुंच गया है। वहीं, रात का तापमान बढ़ गया है और बादलों का असर कम नहीं हो रहा है. सुबह से घने कोहरे के कारण समुद्र तट पर सूरज के दर्शन नहीं हो सके. 28 जनवरी तक सीजन का शेड्यूल ऐसा ही रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने ठंड की चेतावनी जारी की है.
मौसम विभाग के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 1967 से लेकर 2024 तक सोमवार की रात सबसे ठंडी रही है. पिछले 57 साल में पहली बार 1.5 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया है. पहली बार जनवरी में सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है। तापमान में लगातार गिरावट से मौसम ठंडा बना हुआ है।
वहीं, मंगलवार सुबह घना कोहरा छाया रहा और हाईवे पर वाहन रेंगते नजर आए. कोहरे में वाहनों की रफ्तार भी कम रही और विजिबिलिटी भी कम रही. मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 13.9 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
सर्दी के कारण वृक्ष भी छोड़ रहे हैं अपनी पत्तियां
इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिसके कारण मानव जीवन के साथ-साथ पेड़-पौधों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। इन दिनों अत्यधिक ठंड के कारण पौधों की पत्तियां झड़ रही हैं। आमतौर पर इस प्रकार का प्रभाव पहाड़ी इलाकों और विदेशों में सर्दियों के दौरान देखा जाता है, जब शरद ऋतु दिखाई देती है। अधिकांश पेड़ों की पत्तियाँ झड़ जाती हैं और वसंत की शुरुआत के साथ, फिर से नई कोपलें निकल आती हैं। पत्तियाँ तने से जुड़ी रहती हैं, लेकिन जब बहुत ठंड होती है, तो पाले से कोशिकाएँ मर जाती हैं, इसलिए पत्तियाँ मर जाती हैं और गिर जाती हैं। – डॉ. आरएस सेंगर, वैज्ञानिक कृषि विश्वविद्यालय