उज्जैन. डॉक्टर की लापरवाही से विकलांग हुई बच्ची‚ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे परिजन

आँखों देखी
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उज्जैन. धार्मिक नगरी उज्जैन में एक मासूम बच्ची के इलाज में घोर लापरवाही बरती गई. एक डॉक्टर की वजह से बच्ची ‘दिव्यांग’ हो गई. डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर बच्ची के साथ परिजन 27 नवंबर को टावर पर धरने पर बैठ गए हैं. सीएम डॉ. मोहन यादव से मदद की गुहार लगाई है. बता दें कि उज्जैन के ग्राम नईखेड़ी में रहने वाले सोहन कुशवाहा का आरोप है कि उज्जैन के एक डॉक्टर ने उनकी बेटी के पैर का इलाज सही नहीं किया, जिस कारण उनकी 8 साल की बेटी का पैर पूरी तरह से खराब हो गया.

पिता की आंख में आंसू
पूरे मामले की जानकारी देते हुए पिता सोहन कुशवाहा की आंखों से आंसू छलक पड़े. उन्होने बताया कि दो वर्ष पूर्व उनकी बेटी को पैर में मामूली चोट आई थी. इसका इलाज कराने के लिए वह उज्जैन के बुधवारिया क्षेत्र में स्थित चैरिटेबल हॉस्पिटल गए थे. यहां पर डॉ. आलोक सोनी ने चोट का इलाज करते हुए बेटी के पैर पर प्लास्टर चढ़ा दिया. इलाज में ऐसी दवाएं लिख दीं, जिसकी वजह से बच्ची का दायां पैर पूरी तरह खराब हो गया.

जांच करने वालों पर भी हो कार्रवाई
बच्ची के पिता ने बताया कि जब प्रशासन से मदद की गुहार लगाई, तब एक जांच कमेटी बैठाई गई थी. लेकिन, उन डॉक्टरों ने जांच रिपोर्ट में बताया कि डॉ आलोक सोनी ने बच्ची का इलाज ही नहीं किया, जबकि मेरे पास प्रमाण है कि डॉ. आलोक ने ही मेरी बच्ची का इलाज किया है. इसी बात से परेशान होकर आज हम लोग धरने पर बैठे हैं. यहां तब तक बैठे रहेंगे जब तक गलत इलाज करने वाले डॉक्टर व जांच कमेटी के डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं होती.

बच्ची ने सीएम से लगाई मदद की गुहार 
जिस बच्ची का पैर खराब हुआ है, उसका कहना है कि दोषी डॉक्टर पर सीएम जल्द से जल्द कार्रवाई करें. मेरा इलाज करने में मेरे परिवार की मदद करें. आज डॉ. आलोक की वजह से मेरा पूरा जीवन खराब हो गया. चार जगह ऑपरेशन करवाने के बाद भी मेरा पैर सही नहीं हुआ. अब भी मेरा इलाज भोपाल के एम्स हॉस्पिटल में चल रहा है.

टावर पर दिया परिजनों ने धरना
27 नवंबर की सुबह से ही टावर के बीचो-बीच परिजन मासूम को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होंगी. हम यहां से नहीं जाएंगे. हम यही चाहते हैं कि जल्द दोषियों पर कार्रवाई हो और मासूम बच्ची को इंसाफ मिले. अगर यहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो हम दिल्ली जाकर धरने पर बैठकर न्याय की गुहार लगाएंगे.

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