मेरठ। सैलून की आड़ में 1 साल से चल रहा था हनीट्रैप का रैकेट

आँखों देखी
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मेरठ में सैलून की आड़ में 1 साल से हनीट्रैप का रैकेट चल रहा था। रईसजादों को वॉट्सऐप पर लड़कियों की अश्लील तस्वीर भेजी जाती। कस्टमर लड़की बुक करता। जब वहां पहुंता तो हिडेन कैमरे से न्यूड वीडियो बना ली जाती।

कस्टमर के वापस घर पहुंचने के बाद सैलून से कॉल जाता। रेप केस से लेकर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जा रहा था। पुलिस रेड के बाद 20 ऐसे लोगों का पता चला है।

रविवार शाम को यह रेड हुई थी। इस दौरान हर केबिन में लड़के और लड़कियां मिले।
रविवार शाम को यह रेड हुई थी। इस दौरान हर केबिन में लड़के और लड़कियां मिले।

पुलिस की रेड में हर केबिन में मिले लड़के-लड़कियां

मेरठ के मेडिकल इलाके में 1 साल पहले द सीजर्स फैमिली यूनिसेक्स सैलून खोला गया। बाहर लगे बोर्ड से अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि अंदर सेक्स रैकेट चलता होगा। केस की जांच करने वाले इंस्पेक्टर ने बताया- मसाज पार्लर पर रेड डाली गई, तो हर केबिन के अंदर से लड़के और लड़कियां मिलीं। उनके शरीर पर कपड़े नहीं थे।

एंट्री रजिस्टर में 1 साल का डेटा मिला

रिसेप्शन पर जो एंट्री रजिस्टर मिले, उसमें 1 साल की एंट्रियां थीं। इसमें कस्टमर का नाम, पता, मोबाइल नंबर और पेमेंट की डिटेल थी। इसमें पार्लर संचालिका का नाम आयशा लिखा था। यह भी लिखा गया कि किस कस्टमर के पास कौन-सी लड़की गई।

सैलून में 9 लड़कियां और 7 लड़के आपत्तिजनक हालत में मिले। पुलिस ने सबको हिरासत में लिया।
सैलून में 9 लड़कियां और 7 लड़के आपत्तिजनक हालत में मिले। पुलिस ने सबको हिरासत में लिया।

लाल निशान यानी यही है अगला बकरा मसाज पार्लर में जिस कस्टमर को ब्लैकमेल के लिए टारगेट करना होता, उसके नाम के आगे लाल निशान लगा दिया जाता। ये वही कस्टमर होता, जो दो-तीन बार पहले सर्विस लेकर जा चुका होता। इसके बाद उसे ब्लैकमेल किया जाता। इसमें सर्विसमैन, इंडस्ट्रियलिस्ट और पैसे वालों को तलाशा जाता, जो ब्लैकमेलिंग की रकम दे सकते हों। रजिस्टर के अनुसार, अब तक 20 से ज्यादा लोगों को हनीट्रैप का शिकार बनाया जा चुका है।

अब हनीट्रैप के जाल में फंसाने का पूरा प्रोसेस पढ़िए…

एंट्री के बाद रजिस्टर में दर्ज करते पूरी डिटेल मसाज पार्लर में घुसते ही सबसे पहला काम कस्टमर का नाम, पता, मोबाइल नंबर, उम्र लिखने का होता। रीसैप्शन पर आयशा यानी मसाज पार्लर की ऑनर और एक रिसेप्शनिस्ट बैठी रहती, वो कस्टमर की पूरी डिटेल लिखती। फिर वो डिमांड पूछती हैं और लड़कियों के फोटो–वीडियो दिखाकर पसंद कराती।

वहीं, रिसेप्शन पर ही कस्टमर का फोन जमा कर लेती। लड़की पसंद करने और टाइम तय होने के बाद वो एडवांस पेमेंट लेती। इसके बाद अंदर बने केबिन में मनपसंद लड़की के साथ भेजती। पार्लर में अंदर उत्तेजित करने वाले गाने बजते रहते।

पुलिस सभी लड़कों को एक अलग गाड़ी में थाने लाई। वीडियोग्राफी में उनके बयान दर्ज हुए।
पुलिस सभी लड़कों को एक अलग गाड़ी में थाने लाई। वीडियोग्राफी में उनके बयान दर्ज हुए।

हिडेन कैमरा लगाकर बनाती कस्टमर की वीडियो

पार्लर में अंदर ब्लू और व्हाइट लाइट रहती। अंदर लगभग 5 से 7 अलग-अलग केबिन बने हैं। केबिन में एक टेबल और ब्लू डिम लाइट रहती। केबिन में जाने पर कपड़े निकलवाने के बाद मनपसंद लड़की मसाज करती।

मसाज मेडिसनल ऑयल और क्रीम से होती थी। 45 मिनट की मसाज के 2 हजार रुपए चार्ज किए जाते। मसाज के बाद लड़की केबिन से बाहर चली जाती। जिस वक्त कस्टमर केबिन में अंदर कपड़े बदलता उसी वक्त हिडेन कैमरे से उसकी वीडियो बना ली जाती। मसाज के वक्त भी हिडेन कैमरे से ऐसे वीडियो बनाए जाते कि लड़की नजर न आए सिर्फ कस्टमर दिखे।

यह यूनिसेक्स पार्लर 1 साल पहले खुला था। रजिस्टर पर भी 1 साल का डेटा मिला है।
यह यूनिसेक्स पार्लर 1 साल पहले खुला था। रजिस्टर पर भी 1 साल का डेटा मिला है।

कैश में लेती पूरी रकम, ताकि कोई रिकॉर्ड न मिले

केबिन से बाहर आने पर कस्टमर वापस चला जाता। अगर कस्टमर अपनी मर्जी से दोबारा आता तो उसे दोबारा इसी तरह की सर्विस दी जाती। एक कस्टमर जब दो से तीन बार आ जाए, तब ये लोग उसे ट्रैप में फंसाते।

वीडियो बनाते फिर फोन करके ब्लैकमेल करते। ऑनर आइशा के पास 5 से 6 मोबाइल नंबर हैं। वो हर बार अलग-अलग नंबरों से कस्टमर को वॉट्सऐप कॉल करके मिलने बुलाती। जो लड़की मसाज करती वो ऑफिस के नंबर से कॉल करके बुलाती। इस तरह ये लोग पहले सैलून में मिलने बुलाते।

सैलून में आने के बाद धमकाती और कहती कि वीडियो वायरल कर देंगे। जिस लड़की ने मसाज की, उसकी तरफ से रेप केस फाइल करा देंगे। कस्टमर का वीडियो पहले से ही इनके पास होता, जिसे दिखाकर पैसों की डिमांड करती। पैसों के साथ गिफ्ट भी मांगती। स्टाफ में सारी लड़कियां और कुछ थर्ड जेंडर हैं। कस्टमर को जो चाहिए उसकी सर्विस देती हैं। कुछ नाबालिग लड़कियों से भी यहां जिस्मफरोशी कराई जाती है।

बैंक कर्मचारी ही सबसे पहले पुलिस के पास पहुंचा, जिसके बाद पूरा रैकेट खुलकर सामने आया।
बैंक कर्मचारी ही सबसे पहले पुलिस के पास पहुंचा, जिसके बाद पूरा रैकेट खुलकर सामने आया।

बैंक कर्मी ने कहा- 2 लाख लिए, अब 5 लाख मांग रहे थे

बैंक कर्मी ने बताया कि वो 5 से 7 बार इस पार्लर में मसाज लेने गया। उससे दो से तीन बार में 2 लाख रुपए मांगे गए, जिसे वो दे चुका था। दोबारा उससे 5 लाख रुपए मांगे गए, तब उसने पुलिस को शिकायत कर दी।बताया कि ब्लैकमेलिंग की रकम आयशा खान कैश में लेती है।

ऑनलाइन या बैंक ट्रांजैक्शन नहीं चलता। इसलिए पेमेंट की कोई स्लिप या रिकार्ड नहीं रहता। पेमेंट भी सैलून में लेती है, उसकी बात भी सैलून में करती है। इसके कारण कोई रिकार्डिंग भी नहीं होती। जब बैंक कर्मी ने पुलिस से शिकायत की तो उसका फोन भी पार्लर संचालिका ने छीना और उसके खिलाफ रेप की शिकायत कर दी थी।

बैंक कर्मी ने बताया कि अभी चार महीने पहले उसके दादाजी का देहांत हुआ था, दिवाली पर उसका दुख का त्योहार था। घर में सारे रिश्तेदार थे। लेकिन मजबूरन उसे इन लोगों की ब्लैकमेलिंग के कारण इनके पास आना पड़ा।

उन्होंने बताया– इस मसाज पार्लर के बारे में दोस्तों के जरिए पता चला। हरिद्वार गंगाजी नहाने गया था। वहां से लौटते वक्त सोचा कि मसाज कराकर रिलैक्स हो जाएं, तब यहां पर आए थे। उन्होंने बताया कि वो पेनक्रियाज के मरीज हैं, एक बार तबीयत खराब हुई थी। तब अस्पताल से घर जाने के बजाय इन लोगों के पास पैसे देने पहुंच गया।

SP सिटी ने कहा- CCTV फुटेज अहम साक्ष्य

SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा- एक मसाज पार्लर में छापेमारी की गई। वहां काफी आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ। आपत्तिजनक हालत में लड़कियां, पुरुष भी मिले, जिनको पुलिस ने पकड़ा है और पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी और डीवीआर को कब्जे में लिया गया है।

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