New Delhi: मोदी सरकार ने एक बार फिर नोट बंदी का ऐलान कर दिया है। RBI ने 2000 रुपये के नोट को बंद करने की घोषणा की है। मोदी सरकार के इस बेतुके निर्णय से एक बार फिर देश भर के लोग परेशान हो गए हैं। लोगों के ख्यालों में वहीं बैंको के सामने लंबी-लंबी कतारों में लगना याद आ रहा है। हालांकि इस बार परेशानी और भयंकर हाेने वाली है‚ क्योंकि इस बार चिलचिलाती धूंम में बैंको के सामने लाइन में खड़ा होना पडेगा। जो बेहद ही भारी होगा।
आपको बता दें कि 23 मई से लोग बैंको में जाकर नोट बदल सकेंगे‚ 23 सितंबर तक नोटों को बदलने का सिलसिला जारी रहेगा। RBI ने कहा है कि 23 सितंबर तक नोट वैध रहेंगे। लेकिन परेशानी की बात यह है कि मार्केट में लोगों ने आज शाम से ही दो हजार के नोट लेना बंद कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी करना बंद करें। हालांकि 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। जानकारी के मुताबिक, क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने यह फैसला लिया है। आरबीआई ने कहा है कि यह नोट 30 सितंबर तक कानूनी रूप से वैध रहेंगे।
2016 में आरबीआई ने किए थे जारी
आरबीआई ने नवंबर 2016 में आरबीआई एक्ट 1934 की धारा 24(1) के तहत ये नोट निकाले थे। रिजर्व बैंक ने नोटबंदी के बाद इन नोटों को जारी किया था। यह फैसला इसलिए लिया गया था ताकि उस समय 500 और 1000 रुपये के जो नोट चलन से हटाए गए थे, उनका बाजार और अर्थव्यवस्था पर असर कम किया जा सके। जब दूसरे मूल्य के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए, तब दो हजार रुपये को चलन में लाने का उद्देश्य पूरा हो गया।
23 मई से शुरू होगी बैंकों में नोट बदलने की प्रक्रिया
लोग दो हजार रुपये के नोट बैंक खातों में जमा करा सकेंगे या फिर उन्हें अन्य मूल्य के नोटों के साथ किसी भी बैंक शाखा में जाकर एक्सचेंज करा सकेंगे। लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपये मूल्य के नोट बदलवाए जाए सकेंगे। यह प्रक्रिया 23 मई से शुरू होगी और 30 सितंबर 2023 को खत्म होगी।