समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में ईडी ने बुधवार सुबह से पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत और उनसे जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक. मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी ये छापेमारी उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर समेत एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर हो रही है. ईडी की टीम हरक सिंह रावत के देहरादून के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर छापेमारी कर रही है. इसके साथ ही ईडी ने दिल्ली और चंडीगढ़ में सुबह-सुबह छापेमारी भी शुरू कर दी है.
केंद्रीय एजेंसी ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व मंत्री के करीबियों पर कार्रवाई की है और सूत्रों की मानें तो ईडी ने यह कार्रवाई वन भूमि घोटाला मामले में की है. इससे पहले अगस्त 2023 में भी हरक सिंह के खिलाफ सतर्कता विभाग ने कार्रवाई की थी और अब वन भूमि घोटाला मामले में ईडी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है.
आपको बता दें कि बीजेपी ने अनुशासनहीनता के चलते उत्तराखंड के हरक सिंह रावत को पार्टी से निकाल दिया था और कैबिनेट मंत्री पद से भी बर्खास्त कर दिया था. बीजेपी से निकाले जाने के बाद हरक सिंह रावत साल 2022 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इतना ही नहीं हरक सिंह के साथ उनकी बहू अनुकृति गुसाईं भी कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. तब से वह कांग्रेस में ही हैं.
ED की छापेमारी पर हरक सिंह रावत के PRO का बयान
डॉ. हरक सिंह रावत के घर पर ईडी की कार्रवाई को लेकर उनके पीआरओ विजय सिंह चौहान ने बयान दिया है कि ईडी बदले की भावना से कम कार्रवाई कर रही है> उनका कहना है कि ईडी नगर निगम कर्मचारी की तरह हो गई है जो कहीं भी किसी की भी मदद कर सकता है. घर आकर उन्होंने इन सबके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है> उनका कहना है कि जब तक डॉ. हरक सिंह रावत बीजेपी में थे तब तक वह उन्हें साफ-सुथरे दिखते थे और अब वह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और हरिद्वार से चुनाव लड़ रहे हैं. अगर वे चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं तो उनसे बदला लेने के लिए ऐसी कार्रवाई की जा रही है.