सरकार बनने से पहले JDU और TDP ने बढ़ायी मोदी की टेंशन‚ अग्निवीर और UCC दिया ये बयान

जेडीयू ने कहा कि अग्निवीर योजना को लेकर फिर से सोचने की जरूरत है. समान नागरिक संहिता (UCC) पर सभी राज्यों से बातचीत की जानी चाहिए. वहीं, टीडीपी केंद्र में कई अहम मंत्रालय चाहता है. 

आँखों देखी
3 Min Read

JDU-TDP Demand: अब तक सहयोगी दलो की अनदेखी करते हुए मनमर्जी से फैसले लेने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए टेंशन का दौर शुरू हो चुला है‚ अब वो NDA गठबंधन के साथियो की सलाह के बैगर कोई भी फैसला नही ले पाएंगे। साथ ही पुराने फैसलो की भी उन्हे समीक्षा करनी पड़ेगी।

हम ऐसा इसलिए बोल रहे हैं कि क्योंकि एनडीए में शामिल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) और पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है. जेडीयू ने कहा कि अग्निवीर योजना को लेकर फिर से सोचने की जरूरत है. समान नागरिक संहिता (UCC) पर सभी राज्यों से बातचीत की जानी चाहिए. वहीं, टीडीपी केंद्र में कई अहम मंत्रालय चाहता है.

जेडीयू ने क्या कहा?
जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने आज तक से बात करते हुए कहा, ”अग्निवीर योजना को लेकर बहुत विरोध हुआ था. चुनाव में भी इसका असर देखने को मिला है. ऐसे में इस पर दोबारा विचार करने की जरूरत है. अग्निवीर योजना को लेकर नए तरीके से सोचने की आवश्यकता है.”

उन्होंने आगे कहा कि यूसीसी पर हमारा रुख पहले वाला ही है. यूसीसी को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने विधि आयोग के अध्यक्ष को चिट्ठी लिखते हुए कहा था कि जेडीयू इसके खिलाफ नहीं है, लेकिन सभी पक्षो से बात होनी चाहिए.

टीडीपी ने क्या मांग की है? 
द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टीडीपी (TDP) केंद्र में लोकसभा स्पीकर का पद और 6 महत्वपूर्ण मंत्रालय चाहता है. वो इसे पांच करने के लिए राजी है.

टीडीपी और जेडीयू क्यों जरूरी है?
केंद्र में सरकार बनाने के लिए 272 सीटों की जरूरत है. वहीं बीजेपी ने 240 सीटें जीती हैं और ऐसे में सरकार बनाने के लिए एनडीए में शामिल दल टीडीपी, जेडीयू, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और लोजपा (रामविलास) सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

टीडीपी, जेडीयू, शिंदे नीत शिवसेना और लोजपा (रामविलास) ने क्रमश: 16, 12, 7 और 5 लोकसभा सीट जीती हैं.

Share This Article