आगरा। ताजगंज के होटल गंगा रतन में ठहरे भरतपुर के डॉक्टर ने मंगलवार रात को आत्महत्या कर ली। उन्होंने एनेस्थीसिया की ओवरडोज ड्रिप लेकर अपनी जान देने से पहले पत्नी को वीडियो कॉल करके इसकी जानकारी दी थी। पत्नी ने मोबाइल की लोकेशन पता करके होटल के स्टाफ को कॉल किया। कर्मचारी जब तक कमरे में पहुंचे, डॉक्टर राजकुमार चौधरी की मृत्यु हो चुकी थी।
यह है पूरा मामला
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि मंगलवार रात 8:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि होटल के कमरा नंबर 309 में ठहरे व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है। सूचना पर पहुंची पुलिस और कर्मचारी उन्हें अस्पताल लेकर गए। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
आगरा पहुंचे परिजनों ने पुलिस को बताया कि डॉ. राजकुमार चौधरी रेडियोलाजिस्ट थे। छह महीने पहले सरकारी अस्पताल से सेवानिवृत्ति लेकर उन्होंने भरतपुर में एसआर हॉस्पिटल के नाम से अपना अस्पताल खोला था। वह मंगलवार सुबह भरतपुर कोर्ट में साक्ष्य देने लिए आए थे।
चार बजे होटल में कमरा लिया था। उन्होंने शाम 6:30 बजे पत्नी को वीडियो कॉल किया था। पत्नी से कहा कि वह बस दो मिनट के मेहमान हैं, जिसके बाद कॉल कट कर दी। पत्नी ने पति की लोकेशन पता कि तो वह ताजगंज क्षेत्र की थी। पत्नी ने ताजगंज के होटलों के गूगल से देखकर वहां कॉल करना शुरू किया।पति का हुलिया बताते हुए जानकारी दी। ताज व्यू तिराहा स्थित होटल गंगा रतन कॉल किया। हुलिया बताने पर कर्मचारी कमरे में पहुंचे तो डॉक्टर बेड पर पड़े मिले। तब तक परिजन भी यहां आ गए थे।
उन्हें ताजगंज के शांति मांगलिक अस्पताल लेकर गए। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर चले गए। परिजन ने पुलिस को बताया कि डॉ. राजकुमार चौधरी की पत्नी से कहासुनी हो गई थी।
मेरे विश्वासपात्र मित्रों की मदद लेना
इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह ने बताया कि डॉ. राजकुमार की जेब से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है।जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। पत्नी और बेटी जाह्नवी के बारे में लिखा है। अपने मित्रों के नाम भी लिखे हैं। पत्नी और बेटी को लिखा है कि किसी तरह की समस्या होने पर उनके विश्वासपात्र मित्रों की मदद ले सकते हैं।