संवाददाता: जावेद खान
मेरठ के एक अस्पताल में 6 महीने के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों ने कंपाउंडर पर गलत इंजेक्शन लगाने से बच्चे की मौत का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ कर दी। इसी बीच डॉक्टर और कंपाउंडर अस्पताल छोड़कर भाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिजनो को समझाकर मामला शांत कराया।
दरअसल, मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र की आशियाना कालोनी में फलाहे-ए-आम चैरिटेबल अस्पताल है। लिसाड़ी गेट अहमद नगर गली नंबर 10 के रहने वाले रहीस ने 3 दिन पहले अपने 6 माह के बेटे आहद को इस अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने बच्चे को निमोनिया बताकर इलाज शुरू किया। बताया गया कि गुरुवार को बच्चा काफी ठीक हो चुका था। डॉक्टर ने बच्चे को घर ले जाने की इजाजत भी दे दी थी।
पिता रहीस का आरोप है कि छुट्टी से पहले कंपाउंडर ने गलती से गलत इंजेक्शन लगा दिया। इससे बच्चे की हालत बिगड़ गई और बृहस्पतिवार रात को बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल कंपाउंडर ने बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाया जिसकी वजह से बच्चा की मौत हो गई।
बच्चे की मरने के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ कर दी। वहीं कंपाउंडर और अस्पताल का स्टाफ मौके से फरार हो गए। अस्पताल में तोड़फोड़ की सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत कराया। लिसाड़ी गेट थाना प्रभारी कुलदीप सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है।