मनोज कुमार
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में दुष्कर्म के बाद डीजल डालकर जलाई गई किशोरी की लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में रविवार रात 3:00 बजे मौत हो गई। सोमवार सुबह जैसे ही किशोरी की मौत की खबर गांव पहुंची तो वहां भीड़ जुटना शुरू हो गई। किशोरी की मौत के बाद उसके गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। दोपहर बाद शव गांव पहुंचने की उम्मीद है।
जानकारी के अनुसार, पीलीभीत जिले के माधोटांडा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी किशोरी घर पर अकेली थी। उसके पिता खेत पर तथा मां पहले से मायके गई हुई थीं। 7 सितंबर की दोपहर को करीब 12 बजे गांव के दो युवक किशोरी के घर में घुस गए। आरोप है कि एक युवक ने किशोरी से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला। किशोरी के विरोध करने पर युवक ने अपने साथी की मदद से उसपर डीजल डालकर आग लगा दी और भाग गए।
पिता जब खेत से लौटकर घर पहुंचा तो बेटी को जली हुई अवस्था में बेहोश पाया। उन्होंने किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराया। 10 सितंबर को जिला अस्पताल में किशोरी को होश आया तो उसने आपबीती सुनाई। जिसके पश्चात पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पीड़िता को जिला अस्पताल से लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान रविवार रात 3:00 बजे किशोरी की मौत हो गई। सोमवार सुबह जैसे ही किशोरी की मौत की खबर गांव पहुंची। वहां भीड़ जुटना शुरू हो गई। कई थानों की पुलिस फोर्स गांव में लगाई गई है।