उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक अनुसूचित जाति की 9वीं क्लास की लड़की की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। लड़की का शव शराब ठेके के पास पड़ा मिला। लड़की का शव वाहन से कुचले जाने के चलते क्षत-विक्षत हो गया था। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बेटी की सामूहिक दुष्कर्म के बाद गाड़ी से कुचलकर हत्या की गई है। इस खौफनाक वारदात से पूरे इलाके में भय व दहशत का माहौल है। इस घटना ने सबको दहलाकर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार, लड़की रात 12 बजे से लापता थी। वह अपने किसी जानने वाले व्यक्ति से फोन पर बात करके रात को बाहर निकली थी। किशोरी का शव उन्नाव जिले से जुड़े सफीपुर-परियर रोड पर सड़क के किनारे पड़ा मिला। परिजनों को लड़की के शव के बारे में पता चला तो सब भड़क गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना बताए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इस बात की जानकारी मिलने पर पर ग्रामीणों ने परियर हाईवे पर जाम लगा दिया।
ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। परिवार वालों का कहना है कि हमें बिना जानकारी दिए लड़की के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए क्यों भेजा गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस ने मामला हल्का करने के लिए शव को मौके से हटा दिया। पुलिस ने जैसे तैसे लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। वहीं परिजनों ने अज्ञात 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
लड़की के चाचा ने कहा मेरी भतीजी को कुछ लोग जबरन उठाकर ले गए। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। फिर गाड़ी से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को शराब ठेके के पास फेंक दिया। बेटी के साथ दरिंदगी की हदें पार की गई हैं। उसके शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। मृतका की मां ने कहा कि शव को देखकर ही लग रहा था कि बेटी के साथ गलत काम हुआ है। फिर उसकी हत्या की गई है।