संवाददाता: नीरज गोला
मेरठ- रोहटा थाना क्षेत्र में 4 दिन पूर्व मां बेटी की हत्या करने वाले आरोपी पति को गिरफ्तार करने के बाद थाना पुलिस ने घटना का पूरा खुलासा करते हुए आरोपी आशीष सांगवान को गुरुवार को जेल भेज दिया।
आपको बता दें कि गांव की किठौली थाना जानी जिला मेरठ निवासी आशीष सांगवान पुत्र धन सिंह की शादी 10 वर्ष पूर्व गांव जोहड़ी निवासी थाना बिनौली जनपद बागपत ज्योति पुत्री इकबाल सिंह के साथ हुई थी। ज्योति को तीन बेटियां पैदा हुई। जिसमें ज्योति की दो बेटियां अवनी व अविका का कक्षा 3 व 4 में प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल पेपला में पढ़ती थी। ज्योति का पति आशीष सागवान अपनी बेटियों की फीस जमा करने व पेरेंट्स मीटिंग में कई बार स्कूल में आता जाता था। वहां पर एक शिक्षिका से आशीष सांगवान आरती को एकतरफा प्यार करने लगा। लेकिन आरती ने उसे प्यार के लिए प्रपोज करने से इंकार कर दिया।
कई बार उसने उसका रास्ते मे पीछा भी किया। वही आशीष को लगा कि वह शादीशुदा है इसलिए है आरती मना कर रही है तो अपने मन में योजना बनाई और उसने आरती से अपने मन में शादी करने की ठान ली और ज्योति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।और फिर पत्नी ज्योति को बताया कि मेरी मोदीनगर में एक तांत्रिक से बात हुई है उसने बताया कि ज्योति को गंग नहर में चार शनिवार पूजा पाठ करने के बाद स्नान करना होगा और अपने मायके से मिट्टी लाकर गंग नहर में सिलानी होगी तो पुत्र की प्राप्ति हो जाएगी।
ज्योति अपने पति की इस बात पर यकीन कर गई और 11 मार्च को रात में आशीष ने अपने गांव निवासी दोस्त विजेंद्र की एसेंट कार मांगी कि मुझे अपने बच्चों के साथ ससुराल जाना है। उसकी कार लेकर पत्नी ज्योति व सबसे छोटी पुत्री भव्या को साथ लेकर अपनी ससुराल जोहड़ी पहुंच गया और इस तंत्र तांत्रिक क्रिया को अपने ससुराल वालों को भी बताया और वहां से रात में 3 बजे कार में अपनी पत्नी और पुत्री को सवार कर पुठ गंग नहर पुल पर पहुंचा ज्योति से कहा तुम जो मिट्टी लाई हो उसे गंग नहर में जाकर सिला दो। जैसे ही ज्योति मिट्टी को सुलाने गंग नहर की तरफ गई तो आषीश सिर पर लोहे की रॉड से कई वार कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद उसकी शिनाख्त मिटाने के लिए उसके कपड़े उतार लिए और कार में ही शव को ले जाकर टिकरी स्केप में डाल दिया। उसके बाद वापस पुठ के पुल पर आया तो बेटी का भव्या का गला दबाकर उसकी हत्या कर पुठ के पुल पर गंग नहर में फेंक दिया। और डायल पुलिस 112 को फर्जी सूचना दे दी की पूजा अर्चना करने आई मेरी पत्नी ज्योति पुत्री भव्या के साथ गंग नहर में पैर फिसलकर गिर गई है। इससे पुलिस तंत्र में हड़कंप मच गया और गोताखोर लगाकर पुत्री का शव भोला झाल के पास से बरामद कर लिया वही पत्नी ज्योति का शव 9 घंटे बाद 20 किलोमीटर दूर हिंडन नदी में तैरता दिखाई दिया जिसे बालैनी पुलिस ने बरामद कर पीएम के लिए भेज दिया।
वहींं आशीष के बार-बार बयान बदलने से घटनाक्रम पर शक जाहिर होने लगा उसके बाद पुलिस ने बेटी भव्या के दफनाए शव को भी डीएम के आदेश पर कब्जे में ले पीएम के लिए भेजा। जिसमे भव्या की भी गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि पीएम रिपोर्ट में हुई अगले दिन ज्योति के पिता इकबाल सिंह ने अपने दामाद आशीष सांगवान ज्योति की सास अनीता वह ससुर धन सिंह के खिलाफ सुनियोजित तरीके से ज्योति और भव्य के हत्या करने का आरोप लगाते हुए तहरीर रोहटा थाने में दी।
तहरीर मिलते ही पुलिस ने दबिश डालकर आशीष सांगवान को अपने कब्जे में ले लिया बहुत देर रात जब आशीष सांगवान से सख्ती से पूछताछ की तो उसने उपरोक्त पूरा घटनाक्रम कबूल कर लिया बृहस्पतिवार की दोपहर बाद पुलिस ने उसे लिखा पढ़ी कर जेल भेज दिया वहीं पुलिस ने शिक्षिका आरती को भी थाने में बुलाकर पूछताछ करने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया वहीं पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एसेंट कार और कत्ल में इस्तेमाल हुए हथियार भी उसकी निशानदेही पर कब्जे में लिए है।